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लोकसभा चुनाव 2019 के नतीजों का खुलासा जल्द होने वाला है. लेकिन इससे पहले रविवार को अंतिम चरण के मतदान के बाद कई न्यूज चैनलों ने एग्जिट पोल के रिजल्ट जारी किए हैं. इनके मुताबिक राज्य में एनडीए गठबंधन को बिहार में सबसे ज्यादा सीटें मिल रही हैं. आरजेडी-आरएलएसपी-कांग्रेस और दूसरे दलों के महागठबंधन को भारी नुकसान होता हुए दिखाई दे रहा है.
एबीपी न्यूज के एग्जिट पोल के मुताबिक, बिहार में एनडीए को इस बार 34 सीटें मिल सकती हैं, जबकि विपक्षी महागठबंधन को मात्र छह सीटों से संतोष करना पड़ सकता है. टाइम्स नाउ-वीएमआर के एक्जिट पोल में एनडीए को 30 से ज्यादा, जबकि महागठबंधन को 10 से ज्यादा सीटें मिल सकती हैं.
लोकसभा चुनाव 2014 में बीजेपी को 22 सीटें मिली थीं, जबकि आरजेडी को चार सीटों पर ही संतोष करना पड़ा था. नीतीश कुमार की पार्टी जेडीयू को मात्र दो सीटें मिल पाई थी जबकि कांग्रेस को भी दो सीटों पर जीत मिली थी, जबकि एलजेपी को छह और आरएलएसपी को तीन सीटें मिली थीं. राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी को एक सीट मिली थी.
बिहार में सातवें और अंतिम चरण के लोकसभा चुनाव में आठ सीटों पर मतदान शांति पूर्वक संपन्न हो गया. इनमें से नालंदा, पटना साहिब, पाटलिपुत्र, आरा, बक्सर, सासाराम, काराकाट और जहानाबाद लोकसभा में लोगों ने वोट डाले. इसके साथ ही बिहार की सभी 40 लोकसभा सीटों पर मतदान समाप्त हो गया है.
सातवें और अंतिम चरण में 53.55 प्रतिशत मतदाताओं ने अपने-अपने मताधिकार का इस्तेमाल किया.सबसे ज्यादा 57.74 प्रतिशत मतदान सासाराम लोकसभा क्षेत्र में हुआ है, जबकि सबसे कम पटना साहिब लोकसभा क्षेत्र में 43.54 फीसदी मतदान दर्ज किया गया. सुरक्षा के मद्देनजर राज्य के इन आठ लोकसभा क्षेत्रों के 10 विधानसभा क्षेत्रों में चार बजे तक ही मतदान हुआ, जबकि अन्य क्षेत्रों में मतदाता छह बजे तक वोट डाल सके.
इस चरण में कुल 157 उम्मीदवार चुनावी मैदान में अपनी किस्मत आजमा रहे हैं. नालंदा लोकसभा क्षेत्र में सबसे ज्यादा 35 उम्मीदवार हैं, जबकि आरा से सबसे कम 11 प्रत्याशी चुनाव मैदान में हैं.
लोकसभा चुनाव 2019 के अंतिम चरण में आठ सीटों पर मतदान हुए. उनमें बीजेपी के लिए पांच सीटें बेहद महत्वपूर्ण हैं. उसके चार केंद्रीय मंत्री रविशंकर प्रसाद, रामकृपाल यादव, अश्विनी कुमार चौबे और आरके सिंह की प्रतिष्ठा दांव पर लगी है.
सुबह सात बजे से ही मतदाता मतदान के लिए घरों से निकलने लगे. मतदान केंद्रों पर मतदाताओं की लंबी-लंबी कतारें देखी गई. कतारों में महिलाओं की उपस्थिति जबरदस्त थी. निर्वाचन आयोग ने भी शांतिपूर्वक मतदान पर संतोष जताया है.
आयोग के मुताबिक मतदान के दौरान छिटपुट घटनाओं को छोड़ कर कोई बड़ी अप्रिय घटना की सूचना नहीं मिली. हालांकि शुरुआत में कुछ स्थानों पर ईवीएम खराब होने की सूचना मिली थी, जिसे बाद में दुरुस्त कर लिया गया .
सात चरणों तक चले लोकसभा चुनाव रविवार को संपन्न हो गया. बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने इतनी लंबी चुनावी प्रक्रिया पर सवाल उठाते हुए कहा है कि चुनाव इतना लंबा नहीं होना चाहिए. उन्होंने कहा कि चुनाव इतना लंबा होने के बजाय कम-से-कम चरण में संपन्न होना चाहिए.
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने राजभवन के पास स्थित मतदान केंद्र पर बेटे निशांत के साथ वोट डाला. गर्मी से हो रही परेशानी को भी मद्देनजर रखते हुए सीएम ने इसे दूसरे महीनों में करवाने का भी सुझाव दिया.उन्होंने कहा कि चुनाव फरवरी-मार्च या अक्तूबर-नवंबर में होना चाहिए, ताकि अप्रैल-मई के दौरान मतदान केंद्रों पर घंटों बेहद कड़ी धूप में लाइन में लगने वाले वोटरों को किसी तरह की असुविधा नहीं हो.
आरजेडी नेता और बिहार के पूर्व स्वास्थ्य मंत्री तेज प्रताप यादव के बाउंसरों ने एक कैमरा मैन की पिटाई कर दी. जानकारी के मुताबिक एयरपोर्ट थाने के वेटनरी कॉलेज ग्रांउड के 161 नंबर बूथ के पास तेजप्रताप यादव के बाउंसरों ने रविवार को एक मैग्जीन के फोटाेग्राफर रंजन राही की जमकर पिटाई की. खबरों के मुताबिक रंजन राही को काफी चोटें आयी हैं और उनका इलाज अस्पताल में किया जा रहा है.
रंजन राही ने एयरपोर्ट थाने में तेजप्रताप और उनके सहयोगियों पर जान से मारने और गाड़ी चढ़ाने का आरोप लगाया है. इस मामले में रही ने लिखित शिकायत दर्ज की है. वहीं तेज प्रताप ने भी रही के खिलाफ शिकायत दर्ज की है.
तेजप्रताप का आरोप है कि जब वह मतदान कर के लौट रहे थे तो उनपर मीडियाकर्मियों ने हमला कर दिया. थाना प्रभारी केशव कुमार ने बताया कि दोनों ओर से लिखित शिकायतें मिली हैं. मामला दर्ज कर आवश्यक कानूनी कार्रवाई की जा रही है.
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