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Qपटना: CM नीतीश का पर्यावरण बचाने का संदेश, बिहार में तीसरा मोर्चा

Q पटना में पढ़ें बिहार से जुड़ी बड़ी खबरें  

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Qपटना में पढ़ें बिहार से जुड़ी बड़ी खबरें  
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Qपटना में पढ़ें बिहार से जुड़ी बड़ी खबरें  
(फोटो: Altered By Quint Hindi)

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स्वतंत्रता दिवस पर नीतीश ने बताए पयार्वरण संतुलित रहने के फायदे

नीतीश कुमार ने जलवायु परिवर्तन के दुष्प्रभावों को सीमित करने के लिए लोगों से 'जल-जीवन-हरियाली' अभियान में भरपूर सहयोग देने की अपील करते हुए कहा कि पयार्वरण संतुलित रहने से जीवन और बेहतर होगा. ये अभियान सीएम नीतीश का ड्रीम प्रोजेक्ट है.

नीतीश कुमार ने 73वें स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर झंडोत्तोलन कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहा कि जलवायु परिवर्तन के दुष्प्रभावों को ध्यान में रखते हुए जल-जीवन-हरियाली अभियान की शुरूआत की जा रही है. इस अभियान को चलाकर पयार्वरण संरक्षण के लिए काम किए जाएंगे. नीतीश ने लोगों से पानी का दुरुपयोग नहीं करने का आह्वान करते हुए कहा कि समाज में सद्भाव और भाईचारे का वातावरण कायम रहे और पयार्वरण का संरक्षण हो ताकि जलवायु परिवर्तन के प्रभावों को सीमित किया जा सके.

बिहार में बनने जा रहा है तीसरा मोर्चा?

बिहार में एक बार फिर से तीसरे मोर्चे की सुगबुगाहट तेज हो गई है. लोकसभा चुनाव में हार की वजह से महागठबंधन में आई दरारों के बाद तीसरे मोर्चे की मांग उठ रही है. बता दें कि जन अधिकार पार्टी अध्यक्ष और पूर्व सांसद पप्पू यादव ने हिन्दुस्तानी आवाम मोर्चा के अध्यक्ष और बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी और सीपीआई नेता कन्हैया कुमार के साथ मुलाकात की है. इस मुलाकात के बाद ही इस बात को लेकर कयास लगाए जा रहे हैं कि पप्पू यादव राज्य में तीसरा मोर्चा खड़ा कर सकते हैं.

दैनिक जागरण की रिपोर्ट के मुताबिक पूर्व सांसद पप्पू यादव और जीतन राम मांझी के बीत करीब 2 घंटे बातचीत हुई. ऐसा कहा जा रहा है कि आने वाले विधानसभा चुनावों को लेकर भी दोनों नेताओं के बीच कुछ तय हुआ है. पप्‍पू यादव ने अपनी पार्टी के दफ्तर में कन्हैया कुमार से भी मुुलाकात की थी.

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महागठबंधन के नेता एक दूसरे को दिखा रहे आईना

लोकसभा चुनाव से पहले बीजेपी को हराने के लिए आरजेडी ने कांग्रेस और बाकी के छोटे दलों के साथ मिलकर महागठबंधन बनाया था. ये फॉर्मूला फेल हो गया. लेकिन महागठबंघन में आई दरार और ज्यादा बढ़ती जा रही है. इन दिनों महागठबंधन में शामिल दल एक-दूसरे सहयोगी दलों को ही आईना दिखा रहे हैं. एक तरफ हिंदुस्तान अवाम मोर्चा के प्रमुख और पूर्व मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी ने जहां विधानसभा चुनाव में राज्य की सभी सीटों पर चुनाव लड़ने की घोषणा कर महागठबंधन छोड़ने के संकेत दे दिए हैं, वहीं कांग्रेस ने भी महागठबंधन का अस्तित्व लोकसभा चुनाव तक ही रहने की बात कही है.

“महागठबंधन लोकसभा चुनाव के लिए बना था. जरूरी नहीं कि बिहार में होने वाले विधानसभा चुनाव में भी ऐसा ही चलेगा. विधानसभा चुनाव में आवश्यकता पड़ी तो एक विचारधारा रखने वाली पार्टियां मिलकर एक बार फिर से नया आकार दे सकती हैं.”
प्रेमचंद्र मिश्रा (कांग्रेस विधान पार्षद)

कांग्रेस के प्रदेश प्रवक्ता राजेश राठौर भी मानते हैं कि तेजस्वी यादव को बड़ी जिम्मेदारी मिली है, जिसका निर्वाह सही ढंग से किया जाना चाहिए. उन्होंने कहा कि कोई भी दल व्यक्ति से बड़ा होता है.

मधुबनी में मिले उल्का पिंड का सीएम नीतीश ने किया लोकार्पण

मुधबनी के लौकही अंचल के महादेवा गांव में 22 जुलाई को आसमान से गिरे 13 किलो वजनी संभावित उल्का पिंड का लोकार्पण मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने बुधवार को किया. बिहार म्यूजियम में रखे इस पिंड को आम लोग अब देख सकेंगे.

इस मौके पर मुख्यमंत्री ने उन तीन किसानों, राजकुमार प्रसाद, बिहारी यादव और राजकुमार खतवे को अंगवस्त्र और प्रतीक चिन्ह् भेंटकर सम्मानित किया, जिन्हें उक्त उल्का पिंड मिला था.

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