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पंजाब और हरियाणा में किसानों का पराली जलाए जाना एक बड़ी समस्या के रूप में उभरकर सामने आया है. इसको काबू करने की कोशिशें जारी हैं. इसी क्रम में पंजाब (Punjab) के मुख्यमंत्री भगवंत मान (CM Bhagwant Mann) ने 18 अक्टूबर को केंद्रीय पेट्रोलियम मंत्री हरदीप पुरी के साथ 20 एकड़ क्षेत्रफल में 230 करोड़ रुपए की लागत से लगे बायो एनर्जी प्लांट का उद्घाटन किया.
इस मौके को राज्य के लिए ऐतिहासिक दिन करार देते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि, "यह प्रयास राज्य में धान की पराली जलाने की समस्या को खत्म करने के लिए रास्ता साफ करेगा."
पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान ने कहा कि, "वरबीयो ग्रुप का राज्य के साथ मजबूत रिश्ता है क्योंकि इसकी भारतीय सहायक कंपनी वरबीयो इंडिया प्राईवेट लिमटिड ने भारत का सबसे बड़ा बायोफ्यूल ( बायोमीथेन/बायो-सीऐनजी) उत्पादन यूनिट स्थापित किया है जो बायो-सी.एन.जी. की 33 टी. पी. डी. ( टन प्रति दिन) और 550 टी. पी. डी. ( प्रति साल) की क्षमता वाला प्रोजेक्ट है."
मुख्यमंत्री ने कहा कि 20 एकड़ क्षेत्रफल में स्थापित इस यूनिट से धान की पराली को आग लगाने के कारण पैदा होने वाले 1.50 लाख मीट्रिक टन दूषित तत्व और 20,000 मीट्रिक टन फलाई ऐश की सालाना कमी लाने में मदद मिलेगी. उन्होंने आगे कहा कि यह यूनिट 1000 नौजवानों को रोजग़ार भी देगा और 5000 से अधिक परिवारों को लाभ पहुंचाएगा. भगवंत मान ने बताया कि बायो मैन्यूर से भरपूर मिट्टी का 2150 एकड़ रकबा होगा.
मुख्यमंत्री ने आगे कहा कि, "वरबीयो ग्रुप ने राज्य में ऐसे और प्लांट स्थापित करने में भी गहरी रूचि दिखाई है. उन्होंने कहा कि यदि यह प्रोजेक्ट सफल हो जाता है तो वरबीयो ग्रुप की तरफ से राज्य में ऐसे 10 और प्लांट स्थापित किए जाएंगे. भगवंत मान ने कहा कि उनकी सरकार का उद्देश्य पंजाब को पराली जलाने की समस्या से मुक्त राज्य बनाना है."
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