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चित्रकूट की जेल के अंदर अब्बास अंसारी और उसकी पत्नी निखत अंसारी के मिलन कांड का भंडाफोड़ होने के बाद निखत अंसारी और उसके ड्राइवर नियाज को पुलिस ने गिरफ्तार कर जेल भेज दिया था. जिसके बाद पुलिस ने निखत और नियाज की कस्टडी लेने की अर्जी एंटी करप्शन कोर्ट लखनऊ में दी थी. जिसके बाद कोर्ट ने निखत को 3 दिन और उसके ड्राइवर नियाज को 5 दिनों की पुलिस कस्टडी दी. वहीं उनकी मदद करने के आरोपी एसपी नेता फराज खान ने सरेंडर कर दिया है.
पुलिस ने निखत अंसारी से 3 दिनों तक पुलिस लाइन परिसर में रखकर लगातार पूछताछ की थी. जिसमें SP नेता फराज खान के मदद करने का आरोप लगा था. जिस पर पुलिस लगातार एसपी नेता से पूछताछ करने के लिए उसकी तलाश कर रही थी, लेकिन एसपी नेता घटना के बाद से ही लगातार फरार चल रहा था.
20 फरवरी को पुलिस ने एसपी नेता फराज खान के घर पर छापा मारकर उसके पिता को हिरासत में ले लिया. जिसके बाद मंगलवार, 20 फरवरी को एसपी नेता और जिला महासचिव फराज खान ने कर्वी कोतवाली पहुंचकर सरेंडर कर दिया है.
इधर, सरेंडर करने के बाद एसओजी और कर्वी कोतवाली की पुलिस ने फराज खान से बंद कमरे में पूछताछ कर रही है. वहीं इस मामले में चित्रकूट धाम मंडल के डीआईजी डॉ विपिन कुमार ने प्रेस वार्ता की है.
डॉ विपिन कुमार ने कहा कि, जांच में एसपी नेता के कई ट्रांजैक्शन करने के साक्ष्य मिले हैं. एसपी नेता ने निखत अंसारी और अब्बास अंसारी से जेल में मिलने के नाम पर अधिकारियों को पैसे देता था. इतना ही नहीं वकील की फीस से लेकर कई चीजों का अरेंजमेंट SP नेता ही करता था.
उन्होंने कहा कि निखत अंसारी जेल में अब्बास अंसारी से कुल 5 बार मिली थी और जिलाधिकारी को जो गाड़ी गिफ्ट में दिए जाने की बात सामने आ रही है उसकी भी जांच की जा रही है. इस जांच में पुलिस की 3 टीमें लगी हुई है जो अभी भी लगातार मामले में पूछताछ की जा रही है.
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