advertisement
मुंबई पुलिस का दावा है कि सुशांत सिंह राजपूत की मौत के बाद महाराष्ट्र सरकार और पुलिस को बदनाम करने के लिए ट्विटर पर लाखों फेक अकाउंट्स बनाकर लंबा जाल बिछाने की साजिश की गई थी. पुलिस ने 3 नवंबर को प्रेस रिलीज जारी कर ये बात कही है.
प्रेस रिलीज में बताया गया कि तकरीबन 1.5 लाख ट्विटर अकाउंट महाराष्ट्र सरकार, पुलिस और महाराष्ट्र पुलिस कमिश्नर परमबीर सिंह को बदनाम करने के लिए यूज किए गए थे. इतना ही इन अकाउंट्स में BOTS के हैंडल किए जाने वाले ट्विटर अकाउंट्स भी शामिल हैं.
पुलिस ने जानकारी दी कि इनमें ज्यादातर अकाउंट्स दूसरे देशों से हैंडल किए जा रहे थे. साथ ही बताया 14 जून 2020 को सुशांत की मौत की खबर आने के बाद अचानक से कई नए ट्विटर अकाउंट्स से ट्वीट्स आने लगें. ये ट्वीट्स महाराष्ट्र सरकार, पुलिस और कमिश्नर के विरोध में किए गए थे. एक तरह से सरकार और पुलिसिया महकमे की छवि को खराब करने की जालसाजी की गई थी. लाखों अकाउंट्स से किए गए नेगेटिव ट्वीट्स ट्रेंडिंग में भी थे. जिससे पुलिस भी काफी शॉक हो गई थी.
मुंबई साइबर सेल और साइबर टीम के एक्सपर्ट्स जांच में लगे हुए हैं. इस मामले में उछाल तब देखा गया था जब मुंबई पुलिस पर केस को न सुलझा पाने पर राजनीति हो रही थी. साथ ही उस समय राज्य सरकार और पुलिस के खिलाफ रिपब्लिक टीवी ने जमकर विरोध किया था.
फिलहाल मुंबई पुलिस टीआरपी स्कैम पर जांच कर रही है जिसमें रिपब्लिक टीवी, बॉक्स सिनेमा और फक्त मराठी समेत कई और चैनल्स के नाम सामने आए हैं. सुशांत सिंह राजपूत का केस अब सीबीआई के हाथों में है.
(क्विंट हिन्दी, हर मुद्दे पर बनता आपकी आवाज, करता है सवाल. आज ही मेंबर बनें और हमारी पत्रकारिता को आकार देने में सक्रिय भूमिका निभाएं.)