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कैलाश मानसरोवर यात्रा के बाद पहली बार राहुल अपने संसदीय क्षेत्र अमेठी जा रहे हैं, उनके समर्थक उनका स्वागत शिव भक्त के तौर पर करने की तैयारी में जुटे हैं.
राहुल गांधी दो दिवसीय दौरे पर 24 और 25 सितंबर को अमेठी जा रहे हैं.
राहुल गांधी 24 सितंबर को सुबह 10 बजे लखनऊ के चौधरी चरण सिंह हवाई अड्डे पर उतरेंगे, वहां से सड़क मार्ग से होते हुए बहादुरपुर के निगोहा गांव पहुंचकर राजीव गांधी महिला विकास परियोजना के कार्यालय का उद्दघाटन करेंगे और स्वयं सहायता समूह के कार्यकर्ताओं से मुलाकात करेंगें.
दोपहर 2:00 बजे जायस में सांसद निधि के कार्यों का शिलान्यास करेंगे, मोबाइल विद्युत ट्रांसफार्मर का लोकार्पण करेंगें. इसके बाद जामो ब्लॉक के मंडखा गांव में ग्राम प्रधानों से मिलेंगे.
25 सितंबर को राहुल गांधी जिला विकास समन्वय और सतर्कता निगरानी समिति की बैठक में हिस्सा लेंगे. दोपहर के बाद जगदीशपुर होते हुए लखनऊ के चौधरी चरण सिंह हवाई अड्डे के लिए रवाना होंगे.
समाजवादी पार्टी के मुखिया अखिलेश यादव ने मिशन 2019 के लिए एक बार फिर साइकिल यात्रा की शुरुआत कर दी है. अखिलेश की ये यात्रा भले ही रविवार को दिल्ली में हुई, लेकिन लक्ष्य उत्तर प्रदेश ही है. हालांकि, इस कार्यक्रम में सबकी नजरें समाजवादी पार्टी के संरक्षक और पूर्व मुख्यमंत्री मुलायम सिंह यादव थीं. इस कार्यक्रम में मुलायम अपने बेटे के साथ एक मंच पर दिखे.
इससे उन अटकलों पर विराम लगता नजर आ रहा है, जिसमें कहा जा रहा था कि मुलायम शिवपाल यादव के समाजवादी सेकुलर मोर्चा के साथ रहेंगे और उसके अध्यक्ष बन जाएंगे. असल में देश के बड़े राजनैतिक परिवारों में शुमार यादव परिवार और समाजवादी पार्टी में दो साल से सत्ता का संघर्ष चल रहा है. यादव परिवार में सियासी वर्चस्व को लेकर बिखराव हो चुका है. मुलायम सिंह के छोटे भाई शिवपाल यादव ने पिछले महीने एसपी से नाता तोड़कर अपने सेक्युलर मोर्चे का गठन कर अपने इरादे जता दिये थे.
(सोर्स: प्रभात खबर)
हिंदी और उर्दू साहित्य के मनीषियों महादेवी बर्मा, फिराक गोरखपुरी, जगदीश गुप्ता और फैज अहमद जैसे साहित्यकारों का केंद्र रही हिंदुस्तानी अकादमी अब क्षेत्रीय बोलियों के प्रचार-प्रसार पर भी काम करेगी. यह कवायद उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के निर्देश पर की जा रही है.
अवधी, भोजपुरी, ब्रज और बुंदेली बोलियों पर काम करने के लिए 50 लाख रुपये का बजट भी तय कर दिया गया है. संस्थान की मानें तो इसका मुख्य उद्देश्य पूर्वाचल, ब्रज, अवध और बुंदेलखंड को भाषायी तौर पर प्रतिनिधित्व मजबूत करना है.
दरअसल, हिंदी और उर्दू साहित्य के प्रचार-प्रसार के लिए 91 साल पहले हिंदुस्तानी अकादमी की स्थापना की गई थी. अकादमी के सचिव रवींद्र कुमार कहते हैं कि इन बोलियों से संबंधित पुस्तकों के चयन और प्रकाशन के लिए 50 लाख रुपये का बजट रखा गया है.
उन्होंने बताया कि इस बजट के माध्यम से लेखकों के सम्मान समारोह भी आयोजित कराए जाएंगे. अकादमी की तरफ से बोलियों में पुरस्कार समारोह, संगोष्ठियां, वार्ता और व्याख्यान भी शुरू कराए जाएंगे. इसके साथ ही युवा पीढ़ी को साहित्यिक कार्यशालाओं के माध्यम से इन बोलियों से जोड़ा जाएगा.
उत्तर प्रदेश से जाते-जाते मॉनसून एक बार फिर सक्रिय हो चला है. पिछले 24 घंटे के दौरान प्रदेश में अनेक जगहों पर बारिश से मौसम में अचानक बदलाव हो गया. आंचलिक मौसम केन्द्र की रिपोर्ट के मुताबिक प्रदेश में दक्षिण-पश्चिमी मानसून सक्रिय है और पिछले 24 घंटे के दौरान राज्य के पश्चिमी भागों में अनेक स्थानों पर और पूर्वी हिस्सों में कुछ जगहों पर बारिश हुई. कुछ स्थानों पर भारी बारिश भी हुई.
इस दौरान शाहजहांपुर में सात सेंटीमीटर बारिश रिकॉर्ड की गयी. इसके अलावा हरदोई में छह और नवाबगंज में पांच सेंटीमीटर बारिश हुई. इस बारिश से प्रदेश के लखनऊ, झांसी, आगरा, मेरठ, फैजाबाद, इलाहाबाद, बरेली और मुरादाबाद समेत अनेक मण्डलों में तापमान में गिरावट दर्ज की गयी. अगले 24 घंटों के दौरान प्रदेश में कुछ स्थानों पर बारिश होने का अनुमान है.
लोकसभा चुनाव से पहले गठबंधन को लेकर बीएसपी प्रमुख मायावती के नकारात्मक संकेत दिये जाने के बीच कांग्रेस ने भरोसा जताया है कि आम चुनाव से पहले विपक्षी दल जनता की मंशा पर खरे उतरते हुए गठबंधन को वजूद में जरूर लाएंगे. उत्तर प्रदेश कांग्रेस के अध्यक्ष राज बब्बर ने कहा, ‘‘हमें एक-दूसरे पर उंगली ना उठाते हुए अगले चुनाव में एकजुट होकर उतरना होगा. मुझे उम्मीद ही नहीं बल्कि भरोसा है कि लोकसभा चुनाव में गठबंधन होगा.''
इस सवाल पर कि मायावती जिस ढंग से पेट्रोल डीजल के ऊंचे दामों के लिये कांग्रेस पर सीधे तौर पर हमला कर रही हैं, उससे भविष्य की संभावनाओं पर क्या फर्क पड़ेगा, बब्बर ने कहा ‘‘यह मेरे लिये आसान है कि मैं जवाब दूं, लेकिन ऐसी स्थिति में जवाब देना बेहतर नहीं होता. बीएसपी की अपनी व्यक्तिगत राय है. उनकी सरकार भी रही है. जब प्रदेश की सरकारें चाहें तो टैक्स घटाकर पेट्रोल के दाम कम कर सकती हैं.''
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