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उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh) के औरैया में कथित तौर पर शिक्षक की पिटाई से दलित छात्र की मौत (Auraiya Dalit Student Death) को लेकर बवाल मचा है. आरोप है कि परीक्षा में गलती करने पर टीचर ने छात्र की पिटाई की, हालत बिगड़ने पर घरवालों ने उसे अस्पताल में भर्ती करवाया. जहां इलाज के दौरान छात्र की मौत हो गई.
इस घटना के बाद औरैया में आक्रोशित लोगों ने पुलिस पर पथराव करने के साथ ही गाड़ी में आग लगा दी. औरैया पुलिस की ओर से जारी बयान के मुताबिक, भीम आर्मी के कार्यकर्ताओं ने शव को अछल्दा आदर्श इंटर कॉलेज के सामने रखा था. इसके बाद पुलिस ने परिवार के लोगों को समझाकर शव घर भेजना चाहा. लेकिन कुछ अराजक तत्वों ने पुलिस की गाड़ियों पर पथराव कर दिया.
वहीं भीम आर्मी चीफ चंद्रशेखर आजाद ने पुलिस पर आरोप लगाया है. उन्होंने ट्वीट किया, औरैया मे एक स्कूली छात्र की टीचर द्वारा निर्मम पिटाई से मौत हो जाती है और पुलिस परिवार की इच्छा के विरुद्ध जबरन अंतिम संस्कार करवाना चाहती है."
यूपी के पूर्व मुख्यमंत्री और एसपी प्रमुख अखिलेश यादव ने भी इस घटना पर दुख जताया है. उन्होंने ट्वीट किया, "औरैया में एक छात्र की शिक्षक द्वारा पीटे जाने से हुई मृत्यु का समाचार दुखद ही नहीं, बेहद संवेदनशील है. सरकार यथोचित कार्रवाई करे और पीड़ित परिवार को मुआवजा भी दे."
24 सितंबर को बच्चे के पिता ने शिक्षक पर मारपीट का आरोप लगाते हुए अछल्दा थाने में शिकायत दर्ज करवाई. अपनी रिपोर्ट में उन्होंने कहा कि, "7 सितंबर को उनके बेटे निखिल, जो कि आदर्श इंटर कॉलेज में दसवीं का छात्र था, उसके साथ सामाजिक विज्ञान के टीचर अश्विनी सिंह ने मारपीट की.
वहीं शिक्षक के खिलाफ पहले से दर्ज मामले में गैर इरादतन हत्या की धारा बढ़ा दी गई और गिरफ्तारी के लिए टीमें गठित की गई है. उधर, शिक्षा विभाग ने शिक्षक को निलंबित कर दिया है.
इनपुट: अंजुमन तिवारी
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