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कोरोना संक्रमण के इस दौर में उत्तर प्रदेश के कई बीजेपी विधायकों, सांसदों के खत सामने आए हैं जिनमें वो स्वास्थ्य सुविधाओं को लेकर खामियां गिना रहे हैं. अब सीतापुर सदर से बीजेपी विधायक राकेश राठौड़ साफ-साफ कहते दिख रहे हैं कि 'हम विधायकों की हैसियत क्या है, हम ज्यादा बोलेंगे तो देशद्रोह, राजद्रोह हम पर भी लगेगा.'
एक ट्रॉमा सेंटर के उद्घाटन को लेकर पत्रकार के सवाल पर राकेश राठौड़ ये भी जताते दिखे कि उनकी बात सरकार सुनती ही नहीं.
रिपोर्टर- क्या आप सरकार से अपनी कोई बात नहीं कह सकते ?
विधायक - क्या आपको लगता है कि विधायक अपनी कोई बात कह सकते हैं. हम पत्र लिख चुके, सोशल मीडिया पर भी सवाल पड़ चुके हैं, आपको पता है कि कई बार सवाल उठाया जा चुका है. अब वो नहीं है कि लब है जो आजाद हैं.
पत्रकारों से बातचीत में राकेश राठौड़ ये भी कहते हैं कि समाचार पत्रों में बहुत कुछ छपता है लेकिन दिखता नहीं है. जब उनसे कोरोना लॉकडाउन, कोरोना से हो रही मौतों के बारे में पूछा गया तो वो कटाक्ष के अंदाज में बोलें कि सबकुछ अच्छा चल रहा है, इससे बेहतर तो कुछ हो ही नहीं सकता है. हम तो यही कहेंगे, हम सरकार तो हैं नहीं. लेकिन हम ये बता सकते हैं कि जो सरकार कह रही है उसे ही मानिए.
राकेश राठौड़ इससे पहले भी एक बार सरकार की नीतियों की आलोचना को लेकर सुर्खियों में थे.
अपने-अपने क्षेत्रों में हेल्थ सिस्टम की खामियों को गिनाते हुए करीब 5 बीजेपी विधायक, 3 सांसद जिनमें एक केंद्रीय मंत्री संतोष गंगवार भी हैं, लेटर लिख चुके हैं.
इस बीच यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ लगातार जिलों का दौरा कर वहां की समीक्षा कर रहे हैं. 17 मई को वो मुजफ्फरनगर पहुंचे थे यहां सीएम ने कहा कि थर्ड वेव की आशंका को लेकर प्रदेश सरकार पूरी तरह से सतर्क है. बच्चों में संक्रमण के खतरे को देखते हुए हमने इस बारे में तैयारी कर ली है.
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