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उत्तर प्रदेश में पिछले 24 घंटे में कोरोना के 7735 नए मामले सामने आए हैं. वहीं कोविड संक्रमण से 172 लोगों की लोगों की मौत हो गई. हालांकि 20 मई की तुलना में शुक्रवार को कोरोना महामारी के केस बढ़कर आए हैं. वहीं कोविड संकट के बीच यूपी सरकार ने ब्लैक फंगल बीमारी को महामारी घोषित कर दिया है. राज्य में अब तक म्यूकोर्मिकोसिस के 169 मामले दर्ज किए गए हैं
राज्य में कोरोना वायरस के संक्रमण से होने वाली मौतों में कमी आई है. 21 मई को कोविड महामारी से 172 लोगों की मौत हुई है. हालांकि यह संख्या पिछले दिनों के मुकाबले कम है. प्रदेश में कई दिनों से कोरोना के केस लगातार कम हो रहे थे लेकिन मौत का आंकड़ा करीब 300 तक जा रहा था. जिसमें अब दिन ब दिन कमी देखने को मिल रही है.
वहीं पिछले 24 घंटे में 17,668 लोग कोरोना महामारी से रिकवर हो गए हैं. राज्य में कोविड-19 के कुल 1,06,276 एक्टिव केस हैं.
कई दिनों से पश्चिम यूपी के मेरठ जिले में लगातार कोरोना के नए मामले प्रदेश में सबसे ज्यादा आ रहे थे लेकिन 21 मई को इसमें कमी आई है. यहां पिछले 24 घंटे में कोविड-19 महामारी के 427 केस सामने आए हैं.
पश्चिम यूपी के गाजियाबाद जिले में कोविड-19 के 1003 नए केस दर्ज हुए हैं जबकि गोरखपुर जिले में 892 नए मामले मिले हैं.
वहीं कोरोना संक्रमण से राजधानी लखनऊ और वाराणसी में क्रमशः12 और 15 लोगों की मौत हुई है.
कोरोना महामारी के बीच ब्लैक फंगस नामक बीमारी का प्रकोप भी बढ़ता जा रहा है. उत्तर प्रदेश सरकार ने शुक्रवार को घातक संक्रमण काले फंगस को महामारी घोषित कर दिया. राज्य में अब तक म्यूकोर्मिकोसिस के 169 मामले दर्ज किए गए हैं और इससे 8 मौतें हुई हैं.
गुरुवार को केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों से महामारी रोग अधिनियम, 1897 के तहत काले फंगस या म्यूकोर्मिकोसिस को एक उल्लेखनीय बीमारी बनाने का आग्रह किया था, जिसमें कहा गया था कि संक्रमण से कोविड-19 रोगियों की संख्या और मृत्यु दर बढ़ रही है.
तमिलनाडु, तेलंगाना, राजस्थान, ओडिशा, गुजरात और केंद्र शासित प्रदेश चंडीगढ़ ने इस बीमारी को महामारी घोषित कर दिया है.
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