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उत्तर प्रदेश माध्यमिक शिक्षा परिषद (यूपी बोर्ड) की हाईस्कूल और इंटरमीडिएट की परीक्षा 6 फरवरी से शुरू हो गई है. परीक्षा को नकलविहीन कराने को लेकर इस बार शासन और प्रशासन पूरी तरह से मुस्तैद रहा. पहली बार छात्रों और नकल माफियाओं पर नजर रखने के लिए एसटीएफ लगाई गयी.
नकल रोकने की तैयारी का इतना माहौल बन गया कि पहले ही दिन तकरीबन 1.8 लाख स्टूडेंट एग्जाम सेंटर नहीं पहुंचे. माना जा रहा है कि नकल पर सख्ती के कारण छात्र इतनी बड़ी संख्या में गैरहाजिर हुए हैं.
नकल विरोधी माहौल बनाए रखने के लिए परीक्षा के पहले दिन ही सूबे के डिप्टी सीएम दिनेश शर्मा समेत शिक्षा विभाग के आलाधिकारियों ने स्कूलों का निरीक्षण किया.
संवेदनशील केंद्रों के आसपास पहले से ही खुफिया एजेंसियों को तैनात कर दिया गया है, जिससे नकल माफियाओं पर पूरी तरह से लगाम लगाई जा सके. 6 फरवरी से शुरू हुई यूपी बोर्ड की इंटरमीडिएट और हाईस्कूल की परीक्षा में पिछले साल के मुकाबले इस बार 20 हजार से ज्यादा छात्रों ने परीक्षा छोड़ दी.
जानकारी के मुताबिक प्रदेश के हरदोई जिले में 11 हजार छात्रों ने परीक्षा छोड़ी, जबकि सीएम योगी के गोरखपुर में 11 हजार 830 बच्चे परीक्षा में शामिल नहीं हुए.
बोर्ड की परीक्षा सीसीटीवी कैमरे की निगरानी में कराई जा रही है, जिससे नकल करने और कराने वालों पर लगाम लगाई जा सके. पहले दिन सूबे में परीक्षा के दौरान 16 छात्र-छात्राओं को नकल करते हुए पकड़ा गया. अलीगढ़ में 2 परीक्षा केंद्रों को डिबार कर दिया गया, जबकि 7 अन्य परीक्षा केंद्रों के खिलाफ केस दर्ज किया गया. नकलविहीन परीक्षा कराने को लेकर जिले के एससपी और डीएम के छापेमारी के दौरान लापरवाही मिलने पर इन केंद्रों पर कार्रवाई की गई.
औरैया के बिधूना में एक कॉलेज की ओर से छात्रों को होम साइंस की जगह हिंदी का प्रश्नपत्र बांट दिया गया. प्रश्नपत्र बंटने के बाद आनन-फानन में प्रश्नपत्र वापस लेकर छात्रों को होम साइंस का प्रश्नपत्र दिया गया. इस लापरवाही को देखते हुए डीआईओएस ने केंद्र व्यवस्थापक समेत 4 लोगों के खिलाफ केस दर्ज कराया.
इलाहाबाद के नैनी के एक कॉलेज में नकल कराने के मामले में एसटीएफ ने प्रिंसिपल समेत 3 लोगों को गिरफ्तार कर लिया. कॉलेज में छात्रों को बोल-बोल कर नकल कराई जा रही थी. रायबरेली में माध्यमिक शिक्षा निदेशक ने छापेमारी के दौरान महिला निरीक्षक के पास से मोबाइल फोन बरामद किया.
मेरठ के एक स्कूल में छात्रों ने पेपर लूटने की कोशिश की जिसको लेकर प्रिंसिपल और कॉलेज के कर्मचारियों के साथ हाथापाई भी हुई, लेकिन बाद में कर्मचारियों ने 3 छात्रों को पकड़ कर पुलिस के हवाले कर दिया.
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