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सरकारी आंकड़ों के मुताबिक, उत्तर प्रदेश में कोरोना संक्रमण के मामले तेजी से घट रहे हैं. 21 मई को छोड़ दें तो प्रदेश में संक्रमण के घटने का ये लगातार 18वां दिन रहा. पिछले 24 घंटे में राज्य में 4 हजार से भी 3981 मामले सामने आए हैं. वहीं 157 लोगों की मौत दर्ज की गई है. राज्य में कुल एक्टिव केस का आंकड़ा घटकर 76,703 हो गया है. 23 मई को ये आंकड़ा 84800 था. राज्य के 75 जिलों में से 51 जिलों में एक्टिव केस की संख्या एक हजार से कम है. सबसे ज्यादा एक्टिव केस वाले 5 जिले- मेरठ (5077), लखनऊ (49991), सहारनपुर (3743), गौतम बुद्ध नगर (3732 ), गोरखपुर (3409) हैं.
एक तरफ राज्य में ब्लैक फंगस तेजी से पैर पसार रहा है, व्हाइट फंगस का भी खौफ है. इस बीच गाजियाबाद जिले में यलो फंगस का पहला मामला सामने आया है. ये फंगस रेप्टाइल्स में पाया जाता है, जो डॉक्टर इस 45 साल के मरीज की जांच कर रहे थे, उनका कहना है कि पहली बार इंसान में इस प्रकार का फंगस उन्होंने देखा है.
एक्सपर्ट्स बताते हैं कि येलो फंगस इसके पहले आ चुके व्हाइट और ब्लैक फंगस से ज्यादा घातक साबित हो सकता है. इसकी वजह ये है कि ये शरीर के अंदरूनी हिस्सों पर ज्यादा खतरनाक तरीके से असर डालता है. येलो फंगस में पस निकलना शुरू होता है, घाव भरने में देर लगती है. वहीं अगर संक्रमण ज्यादा बढ़ जाए तो जिस हिस्से में ये फैला है वो अंग काम करना भी बंद हो सकता है.
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