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वीडियो एडिटर: अभिषेक शर्मा
कोरोना वायरस संक्रमण की तेज रफ्तार के बीच प्रदेश के अलग-अलग अस्पतालों से ऑक्सीजन, बेड की कमी की रिपोर्ट्स सामने आ रही हैं. शाहजहांपुर मेडिकल कॉलेज में भर्ती कई मरीजों का भी आरोप है कि यहां ऑक्सीजन सिलेंडर की कमी है, साथ ही अस्पताल प्रशासन पर लापरवाही के भी आरोप लग रहे हैं. ऐसे ही दो केस क्विंट हिंदी को भी पता चले हैं.
पहले केस में अस्पताल का ही एक वीडियो जमकर शेयर हो रहा है, जिसमें एक मरीज स्ट्रेचर पर लेटा हुआ है और उसके परिवारवाले जैसे-तैसे ऑक्सीजन सिलेंडर संभालकर उसे कहीं और शिफ्ट कराने ले जा रहे हैं.
मरीज के भाई संजीव बांगा कहते हैं कि वो अच्छे इलाज की आस में अपने बड़े भाई को शाहजहांपुर मेडिकल कॉलेज में लेकर आए थे लेकिन यहां पर अस्पताल प्रशासन ने हाथ खड़े कर दिए. संजीव का कहना है कि उन्होंने बाहर से खुद ऑक्सीजन सिलेंडर मंगाकर अपने भाई को 'सांसें' दी हैं. परिवार का आरोप है कि अस्पताल में मरीज के लिए बुनियादी सुविधाएं नहीं होने की वजह से अब उन्हें मरीज को बरेली लेकर जाना पड़ रहा है.
शाहजहांपुर के इसी मेडिकल कॉलेज में एक परिवार आरोप लगा रहे है कि लापरवाही की वजह से उनके मरीज की जान चली गई. मृतक के बेटे का कहना है कि आखिरी समय में उसने कई बार कोशिश की कि उन्हें राहत पहुंचाई जा सके लेकिन बात तक नहीं हो सकी. कभी डॉक्टर ने मना कर दिया तो कभी मोबाइल से भी बात करने की कोशिश नाकाम रही. इस परिवार का ये भी आरोप है कि मरीज की मौत हो जाने के कई घंटे बाद तक उनको ये खबर दी ही नहीं गई.
मेडिकल कॉलेज सुविधाओं में कमी की बात को साफ-साफ इनकार नहीं कर रहा है. सीएमएस, मेडिकल कॉलजे एयूपी सिन्हा कहते हैं कि सभी तरह की कोशिशें की जा रही हैं. कई मरीज तो केस बिगड़ जाने के बाद यहां पहुंच रहे हैं. ऑक्सीजन की कमी और दूसरी लापरवाहियों के आरोपों पर सिन्हा कहते हैं कि जहां-जहां से कमियां पता चल रही हैं उन्हें दूर करने की कोशिश की जा रही है. अस्पताल में स्टाफ बढ़ाने पर भी बातचीत चल रही है.
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