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उत्तर प्रदेश में पुलिस की दबंगई के दो मामले सामने आए हैं. पहला मामला अम्बेडकर नगर जिले का है, जहां तबादले के बाद इंस्पेक्टर मनोज सिंह दर्जनों गाड़ियों और पुलिसकर्मियों के साथ चार्ज लेने पहुंचे.
दूसरा मामला प्रयागराज का है. यहां एक सब इंसपेक्टर ने किसानों की सब्जियों को थाने की गाड़ी से रौंद डाला. दोनों ही मामलों में पुलिसवालों पर एक्शन लिया गया है.
अंबेडकर नगर जिले में तबादले के बाद इंस्पेक्टर मनोज सिंह दर्जनों गाड़ियों और पुलिसकर्मियों के साथ चार्ज लेने पहुंचे. जुलूस का वीडियो वायरल होने के बाद एसपी ने उन्हें सस्पेंड कर दिया है और उनके खिलाफ सामाजिक दूरी उल्लंघन का मामला दर्ज करने का आदेश भी दिया है.
मीडिया में छपी रिपोर्टों के मुताबिक,अंबेडकर नगर के पुलिस अधीक्षक आलोक प्रियदर्शी ने घटना पर कहा,
एक मीडियाकर्मी आलोक पांडे ने ट्विटर पर दावा किया है कि पुलिस अधिकारी के खिलाफ गलत व्यवहार की पहले भी कई शिकायतें मिलती रही हैं. शिकायत करने वालों में बीजेपी के विधायक भी शामिल थे. इसी के बाद उनका ट्रांसफर किया गया था.
ट्रांसफर के बाद ही पुलिस अधिकारी नए थाने में जॉइनिंग के लिए पहुंचे थे, इस दौरान उनके काफिल में कई गाड़ियां मौजूद थी. वीडियो में इन गाड़ियों में पुलिस की पेट्रोलिंग व्हीकल्स के साथ-साथ निजी गाड़ियां भी दिखाई दे रही हैं. गाड़ियों में बड़ी संख्या में वर्दीधारी पुलिसवाले और सिविल ड्रेस में लोग शामिल थे. इनमें से ज्यादातर लोगों ने ना तो मास्क लगाए थे, न ही वे चार पहिया वाहनों में चलने की गाइडलाइन का पालन कर रहे थे.
प्रयागराज में एक सब इंसपेक्टर सुमित आऩंद ने साप्ताहिक सब्जी मंडी में किसानों की सब्जियों को थाने की गाड़ी से रौंद डाला.
सोशल मीडिया पर इस घटना का वीडियो वायरल होने के बाद एसएसपी ने सब इंसपेक्टर को सस्पेंड कर दिया है.
एसएसपी प्रयागराज सत्यरथ अनिरुद्ध पंकज ने बताया कि जिन सब्जी विक्रेताओं का नुकसान हुआ है , उन्हें मुआवजा दिया जाएगा और सब इंसपेक्टर की सैलरी से ही दिया जाएगा. एसएसपी के मुताबिक उस मंडी में बुधवार और शुक्रवार को दुकान लगाने की इजाजत थी, लेकिन इस बार लोगों ने गुरुवार को भी दुकानें लगा लीं. जब सब इंसपेक्टर ने दुकानें हटाने के लिए कहा तो लोग नहीं माने, जिसके बाद सुमित आनंद ने सब्जियों को गाड़ी से रौंद दिया. क्विंट से बात करते हुए सुमित आनंद ने कहा कि इस मामले को जबरन तूल दिया जा रहा है.
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