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'न राशन कार्ड, न उज्ज्वला का लाभ': UP में मंत्री को खाना खिलाने वाली दलित महिला ने क्या कहा?

अखिलेश यादव ने मंत्री नंद गोपाल गुप्ता 'नंदी' पर तंज कसते हुए कहा, "भाजपाई मंत्री वोट की खोज में, दलित के घर दिखावटी भोज में."

क्विंट हिंदी
राज्य
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<div class="paragraphs"><p>मिर्जापुर:&nbsp;उत्तर प्रदेश सरकार में प्रभारी मंत्री नंद गोपाल गुप्ता नंदी दलित परिवार के घर भोजन करते हुए.</p></div>
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मिर्जापुर: उत्तर प्रदेश सरकार में प्रभारी मंत्री नंद गोपाल गुप्ता नंदी दलित परिवार के घर भोजन करते हुए.

(फोटो: क्विंट)

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"सरकारी योजनाओं से वंचित हैं. परिवार को राशन कार्ड तक का लाभ नहीं मिला है. घर में रखा गैस सिलेंडर बाहर से लाया गया है. उज्ज्वला योजना का भी लाभ नहीं मिला है." यह कहना है मिर्जापुर के सिटी विकास खंड के शाहपुर चौसा गांव की दलित महिला गंगाजली का. जिनके घर यूपी सरकार में मंत्री नंद गोपाल गुप्ता 'नंदी' सोमवार, 20 नवंबर को खाना खाने पहुंचे थे.

दलित महिला के घर मंत्री जी ने किया भोजन

सोमवार को दलित गंगाजली के कच्चे मकान में पहुंचे मंत्री नंदी के साथ मड़िहान विधायक रमाशंकर सिंह पटेल, डीएम प्रियंका निरंजन, एसपी अभिनंदन और बीजेपी के जिलाध्यक्ष बृजभूषण सिंह ने एक साथ भोजन किया था. जिस घर में सभी लोगों ने भोजन किया वह भी विवादित है.

मंत्री नंदी के साथ भोजन करते एसपी और डीएम.

(फोटो: क्विंट)

मिट्टी के खपरैल मकान में गैस-स्टोव रखा था, सिलेंडर भी था, लेकिन रोटियां मिट्टी के चूल्हे पर बना रही थी. खाने में दाल, चावल, पनीर की सब्जी, आलूदम, साग की सब्जी, सलाद, रायता और गुलाब जामुन था. सभी मेहमानों को खाना फाइबर की प्लेट में परोसा गया और बाहर से पानी की बोतलें मंगाई गई थीं.

मिट्टी के चूल्हे पर रोटियां बनाती गंगाजली की भतीजियां अंजू और ज्योति.

(फोटो: क्विंट)

मंत्री नंदी के आने से पहले बीजेपी जिलाध्यक्ष बृजभूषण सिंह के गांव में दलित परिवार का चयन किया गया था. खंड विकास अधिकारी और ग्राम प्रधान के पति सुजीत सिंह ने गंगाजली को इस बाबत जानकारी दी थी.

सरकारी योजना के बारे में पूछने पर गंगाजली सीधे कहती हैं कि उन्हें कोई लाभ नहीं मिला है. इसके साथ ही उन्होंने कहा कि पैसे की जगह कोई निशानी (योजना का लाभ) मिलता तो अच्छा रहता. गंगाजली के अनुसार मंत्री नंदी ने उन्हें आश्वासन दिया है कि उन्हें सरकारी योजनाओं का लाभ दिया जाएगा.

दलित महिला की सेवा से खुश होकर कैबिनेट मंत्री नंदी ने गंगाजली को 21 हजार दिया था. इसके साथ ही उनकी भतीजी अंजू और ज्योति को 5100- 5100 रुपये नगद दिए थे.

कच्चा मकान, जिसमें मंत्री सहित अधिकारियों ने खाना खाया वह भी विवादित है. गंगाजली बताती हैं कि उन्होंने सरकारी योजनाओं के लिए कई बार ग्राम प्रधान से गुहार लगाई है, लेकिन आजतक कोई लाभ नहीं मिला. वहीं कच्चे मकान के ठीक सामने गंगाजली का एक पक्का मकान भी है, जो उनके पति ने अपनी मेहनत की कमाई से बनाया है.

गंगाजली ने कहा,

"पीने के पानी की समस्या है. टोटी से पानी आता है लेकिन चार पांच दिन में एक बार आता है."
गंगाजली
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अखिलेश यादव ने कसा तंज

वहीं मंत्री नंद गोपाल गुप्ता के दलित महिला के घर खाना खाने पर समाजवादी पार्टी सुप्रीमो अखिलेश यादव ने तंज कसा है. उन्होंने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर लिखा, "भाजपाई मंत्री वोट की खोज में, दलित के घर दिखावटी भोज में."

इसके साथ ही उन्होंने कहा, "एक दलित के घर बाहर से मंगवायी गई सब्जी, घी आदि को लाकर और फोटो खिंचवाकर झूठा ‘दलित प्रेम’ दिखलाने वाले भाजपा के मंत्री जी अपने पीछे शिकायत भरी आशाएं छोड़ गए हैं."

इसके साथ ही अखिलेश ने कहा, "मंत्री जी उस गरीब परिवार का कम-से-कम राशन कार्ड ही बनवा देते, चलो एक महीने का समय दिया अब बनवा दें; नहीं तो ये काम एसपी के कार्यकर्ता करवा देंगे और वादा है जब वो राशनकार्ड बन जाएगा तो उसकी फोटो यहां जरूर डालेंगे."

मंत्री नंदी ने किया पलटवार

अखिलेश यादव के सोशल मीडिया पोस्ट पर जवाब देते हुए मंत्री नंदी ने कहा, "जब दिमाग में खालीपन हो और दृष्टि विकृत हो तो चूल्हे पर सिंकती बाजरे की रोटी और बहुत प्यार से बनाया गया सरसों का साग नहीं दिखता! गंगाजली देवी जी ने जिस स्नेह और आत्मीयता से विधायकगणों, जिलाधिकारी और पुलिस अधीक्षक को खाना खिलाया उसकी आप कल्पना भी नहीं कर सकते! एसी में बैठकर ऊल-जलूल, अनर्गल, अगंभीर और तथ्यहीन ट्वीट करना ही आपकी विशेषज्ञता है!"

इसके साथ ही उन्होंने कहा, "उत्तर प्रदेश के कर्मयोगी मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी के निर्देश पर मंत्रीगणों का जनता के बीच जाना, जनचौपाल आदि का मुख्य उद्देश्य विभिन्न जनकल्याणकारी योजनाओं से वंचित और अछूते रह गए लोगों को विकास की धारा में शामिल करना! सबका साथ, सबका विकास, सबका विश्वास और सबका प्रयास सिर्फ नहीं है नारा ये है उद्देश्य हमारा!"

(इनपुट: बृजेंद्र दुबे)

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