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उत्तर प्रदेश में दो चरणों में होने वाले निकाय चुनाव (UP Nikay Chunav) में कांग्रेस की राष्ट्रीय महासचिव प्रियंका गांधी, राहुल गांधी, पार्टी अध्यक्ष मलिकार्जुन खड़गे समेत सभी शीर्ष नेताओं प्रचार में शामिल नहीं हो सके. सवाल है कि जहां बीजेपी और समाजवादी पार्टी ने निकाय चुनाव में अपनी ताकत झोंक दी है, वहीं कांग्रेस के शीर्ष नेता इस चुनाव से क्यों दूरी बनाए हुए थे?
इसका जवाब देते हुए कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष बृजलाल खाबरी ने क्विंट हिंदी से कहा," हमारी पार्टी के सारे स्टार प्रचारक मुख्य लक्ष्य पर लगे हुए थे कि कैसे बीजेपी को कर्नाटक में शिकस्त दी जाए. बीजेपी को लगता है उनका विजय रथ कोई रोक नहीं सकता है लेकिन कांग्रेस पूरे दम-खम के साथ इनका विजय रथ रोकने वाली है.
राहुल गांधी की 'भारत जोड़ो यात्रा' उत्तर प्रदेश के पश्चिमी छोर से होकर गुजरी थी और कयास लगाए जा रहे थे की दूसरी कड़ी में यह यात्रा उत्तर प्रदेश से होकर गुजरेगी. हालांकि, खाबरी ने अटकलों पर विराम लगाते हुए कहा, "सिर्फ उत्तर प्रदेश के लिए कोई यात्रा नहीं होगी. जैसे पिछली यात्रा कन्याकुमारी से कश्मीर हुई है वैसे इस बार यात्रा पूर्व से पश्चिम या फिर पश्चिम से पूर्व जाएगी. इसमें हम कोशिश करेंगे उत्तर प्रदेश के ज्यादा से ज्यादा जिलों को शामिल किया जा सके."
उत्तर प्रदेश में निकाय चुनाव का पहला चरण 4 मई को समाप्त हो चुका है. नगरी निकाय और महापौर के चुनाव के लिए 37 जिलों में मतदान हो चुके हैं और बाकी 38 जिलों में मतदान 11 मई को होने हैं. बीजेपी की तरफ से मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ, उप मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य समेत प्रदेश के सभी शीर्ष नेताओं ने लगातार जनसभा है की हैं.
देर से शुरू हुआ समाजवादी पार्टी का प्रचार भी अब रफ्तार पकड़ रहा है. मुख्यतः ये दोनों पार्टियां आमने-सामने हैं लेकिन कांग्रेस का मानना है कि इस बार उनकी पार्टी निकाय चुनाव में कई जिलों में कड़ी टक्कर दे रही है.
क्विंट हिंदी से बातचीत के दौरान खाबरी ने कहा, "पिछले से बेहतर परिणाम देखने को मिलेंगे उदाहरण के तौर पर अगर हमने पिछली बार 10 सीटें जीतीं तो इस बार 20 पर हमारा कब्जा होगा. मेयर की कम से कम हम तीन सीटें जीतेंगे. उनका चुनाव हुआ है उसमें मुरादाबाद हमारी झोली में जा सकती है. मथुरा में भी आ सकते हैं. बनारस में भी हम कड़ी टक्कर दे रहे हैं."
पीतल नगरी के नाम से मशहूर मुरादाबाद में मेयर पद के लिए चुनाव त्रिकोणीय हो गया है. बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष भूपेंद्र चौधरी का गृह जनपद होने के कारण यहां पर पार्टी की प्रतिष्ठा दांव पर लगी हुई है. इस जिले में एसपी के पांच विधायक और एक सांसद हैं और पूर्व में यहां पर पार्टी का मेयर रह चुका है. वहीं दूसरी तरफ कांग्रेस उम्मीदवार रिजवान कुरैशी ने पिछली बार बीजेपी को कड़ी टक्कर दी थी और इस बार कांग्रेस में जीत की उम्मीद जगी है.
कांग्रेस के जिलाध्यक्ष असलम खुर्शीद ने कहा कि पिछली बार मेयर चुनाव में दूसरे नंबर पर रही कांग्रेस इस बार बीजेपी को 20- 25 हजार मतों से हराएगी. क्विंट हिंदी से बातचीत के दौरान खुर्शीद ने कहा," पिछले निकाय चुनाव में हमने पार्षद की 10 सीटें जीती थी और इस बार उम्मीद है यह संख्या 20 से 25 होगी."
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