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UPPSC Topper’s Story: 8 साल पहले कोर्ट में हुई थी पिता की हत्या, अब बेटी बनी DSP

UPPCS Success Story: Aayushi Singh ने कहा- जिस साल पिता की हत्या हुई वह मुश्किल दौर था लेकिन भाई ने मदद की

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<div class="paragraphs"><p>पिता का सपना पूरा करने के लिए बनीं DSP,कलेक्ट्रेट में ही हुई थी पिता की हत्या</p></div>
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पिता का सपना पूरा करने के लिए बनीं DSP,कलेक्ट्रेट में ही हुई थी पिता की हत्या

(फोटो- altered by quint) 

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उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh) के मुरादाबाद जनपद की रहने वालीं आयुषी सिंह (Aayushi Singh UPPCS Topper 2022) ने अपने पिता योगेंद्र चौधरी उर्फ भूरा की मौत के 8 साल बाद उनका सपना पूरा कर दिखाया है. योगेंद्र चौधरी ने अपनी बेटी आयुषी को पुलिस अधिकारी बनाने का सपना देखा था.

आयुषी के पिता योगेंद्र चौधरी की हत्या मुरादाबाद जनपद के कलेक्ट्रेट में पेशी के वक्त की गई थी. उस वक्त आयुषी 11वीं कक्षा में मुरादाबाद में शिक्षा हासिल कर रही थी.

आयुषी 12वीं की शिक्षा मुरादाबाद से हासिल करने के बाद दिल्ली चली गई थीं. आयुषी ग्रेजुएशन करने के बाद अपने पिता का सपना पूरा करने में जुट गईं. पीपीएस में आयुषी का सेकंड अटेम्प्ट में चयन होने के बाद डीएसपी पद मिला है. आयुषी के परिवार का कहना है आयुषी का सपना आईपीएस बनने का है. जिसके लिए वह कड़ी मेहनत कर रहीं हैं और उन्हें उम्मीद है कि वह जल्दी आईपीएस बन कर अपने परिवार का नाम और भी रोशन करेंगी.

आयुषी ने कहा कि उनके परिवार का पूरा समर्थन उन्हें था. वह कहती हैं कि, "उनके पापा हमेशा कहते थे कि वह उन्हें अधिकारी देखना चाहते हैं, सबसे बड़ी बात यही है कि मैं उनका सपना पूरा कर पाई हूं." वह कहती हैं कि जिस साल पिता की हत्या हुई वह मुश्किल दौर था लेकिन भाई ने मदद की और मैंने आगे की पढ़ाई जारी रखी.

आयुषी के सेलेक्शन के बाद परिवार वालों को बधाई देने के लिए लगातार रिश्तेदार घर पर पहुंच रहे हैं.

8 साल पहले हुई थी पिता की हत्या

आयुषी के पिता योगेंद्र चौधरी की हत्या 23 फरवरी 2015 को कथित तौर पर शूटर रिंकू के भाई सुमित और अन्य शूटर के द्वारा कचहरी में कर दी गई थी.

जिसके बाद से ही आयुषी अपने पिता के सपने को पूरा करने में जुट गई थीं. आयुषी के पिता का नाम मार्च 2013 में हुई छात्र नेता और शार्प शूटर रिंकू चौधरी की हत्या के मामले में प्रकाश में आया था. जिस पर 20 जनवरी 2014 को भूरा ने इस मामले में कोर्ट में सरेंडर किया था तभी से योगेंद्र चौधरी जेल में बंद था. कोर्ट में 23 फरवरी 2015 को कोर्ट में पेशी के लिए गए योगेंद्र चौधरी की हत्या को हत्यारों ने अंजाम दिया था.

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