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उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने शुक्रवार को कहा कि अगर देश की तत्कालीन सरकार ने सरदार पटेल के हिसाब से काम किया होता तो कश्मीर समेत तमाम समस्याएं पैदा ही ना होती. मुख्यमंत्री ने पूर्व उप प्रधानमंत्री सरदार वल्लभ भाई पटेल की पुण्यतिथि पर शुक्रवार को उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित करती की.
उन्होंने इस मौके पर कहा कि पटेल ने अंग्रेजी सरकार की कुंठित मंशा को नाकाम करते हुए अपनी दृढ इच्छाशक्ति और कुशलता से ना केवल 543 से अधिक रियासतों का भारत में विलय कराया, बल्कि जूनागढ़ और हैदराबाद जैसी भारत में विलय से इन्कार करने वाली रियासतों को लौह पुरष के अनुरुप आचरण करके भारत में मिलाने का अद्वितीय कार्य किया.
उन्होंने कहा कि अगर देश की तत्कालीन सरकार ने सरदार पटेल के हिसाब से काम किया होता तो कश्मीर समेत वे सभी समस्याएं उत्पन्न ना होतीं, जो आज देश के लिए नासूर बन गई हैं. योगी ने विश्वास जताया कि लोग सरदार पटेल के दिखाए रास्ते का अनुसरण करते हुए देश को जाति, मत, मजहब में बंटने नहीं देंगे और देश की स्वतंत्रता और अखण्डता की रक्षा करने के लिए तत्पर रहेंगे.
मुख्यमंत्री ने सरदार वल्लभ भाई पटेल को भारत माता का महान सपूत बताते हुए कहा कि सरदार पटेल ने भारतीय गणराज्य को एक सूत्र में पिरोने का जो कार्य किया, वह अविस्मरणीय है.
(इनपुटम भाषा से)
आम आदमी पार्टी (आप) उत्तर प्रदेश में बिजली की दरें बढ़ाये जाने के खिलाफ 20 दिसम्बर से आंदोलन चलाएगी. आप के प्रवक्ता संजय सिंह ने सवाददाता सम्मेलन में योगी सरकार द्वारा प्रदेश में बिजली की दरें बढ़ाये जाने के खिलाफ संघर्ष की घोषणा की और कहा कि प्रदेश भर में 20 दिसम्बर से इसके लिए हस्ताक्षर अभियान, मशाल जुलूस जैसे कार्यक्रमों के माध्यम से आन्दोलन चलाया जायेगा.
उन्होंने आरोप लगाया कि योगी सरकार ने ग्रामीण इलाकों में बिजली की दरें डेढ़ गुनी करके किसानों और आम आदमी की कमर तोड़ दी है. वहीं, दूसरी तरफ उद्योगपतियों के लिए बिजली के दाम न बढ़ाना योगी की आम आदमी के खिलाफ मानसिकता को दर्शाता है.
सिंह ने कहा कि देश में सबसे सस्ती बिजली दिल्ली की अरविन्द केजरीवाल सरकार उपलब्ध करा रही है. योगी सरकार को केजरीवाल सरकार से काम करना सीखना चाहिए.
(इनपुट IANS से)
उत्तर प्रदेश विधानसभा सत्र के दूसरे दिन का प्रश्नकाल भी शुक्रवार को बिजली दरों में की गई वृद्धि के विरोध में किए गए हंगामे की भेंट चढ़ गया. सदन में समाजवादी पार्टी और कांग्रेस पार्टी के सदस्यों ने वेल में आकर जमकर हंगामा और सरकार विरोधी नारे लगाए.
सपा और कांग्रेस के सदस्य बिजली मूल्यों में की गई वृद्धि के विषय पर सदन की कार्यवाही रोककर चर्चा कराने की मांग कर रहे थे. वहीं अध्यक्ष का कहना था कि प्रश्नकाल के बाद नियमों के तहत चर्चा करा ली जाएगी. बावजूद इसके विपक्ष हंगामा कर रहा था. ऐसे में सदन को अव्यवस्थित देख अध्यक्ष को तीन बार में पूरा प्रश्नकाल स्थगित करना पड़ा.
इस दौरान संसदीय कार्य मंत्री सुरेश खन्ना ने कहा कि सपा की सरकार में लड़कियों के नाम बिजली रखे जाते थे, लेकिन बिजली देखने को नहीं मिलती थी.
ऊर्जा मंत्री श्रीकांत शर्मा ने कहा कि पहले की सरकारों में बिजली के मूल्यों में वृद्धि की जाती थी, अब बिजली की सप्लाई में वृद्धि की जा रही है. उन्होंने कहा, "चर्चा करनी है तो लोकतांत्रिक तरीके से की जानी चाहिए. अब हम इन्हें इनकी भाषा में जवाब देंगे. योगी जी की सरकार इनके नकाब उतारेगी."
(इनपुट IANS से)
राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने इलाहाबाद में कहा कि बेटियां, बेटों से आगे बढ़ रही हैं और इससे देश सशक्त हो रहा है. उन्होंने विद्यार्थियों से कहा कि प्रौद्योगिकी के साथ साथ नैतिकता और राष्ट्र बोध भी आवश्यक है. कोविंद ने कहा कि दीक्षांत समारोहों में राज्यपाल के तौर पर और अब राष्ट्रपति के तौर पर शामिल हुए, तो उन्होंने पाया, जब बेटियां आगे बढ़ती हैं, तो देश आगे बढ़ता है.
मोतीलाल नेहरु राष्ट्रीय प्रौद्योगिकी संस्थान के 14वें दीक्षांत समारोह में कोविंद ने कहा, इस शहर की प्रमुख पहचान शिक्षा के केंद्र के तौर पर रही है. हमारी शिक्षा ही हमारे देश की मजबूत आधारशिला है. मेरा यहां बैठे प्रबुद्धजनों से निवेदन है कि विद्यार्थियों को प्रौद्योगिकी के ज्ञान के साथ ही, कहीं न कहीं नैतिकता और राष्ट्रीय बोध का ज्ञान देना आवश्यक है, अन्यथा प्रतिभा पलायन की चिंता बनी रहेगी.
राष्ट्रपति ने इस संबंध में चाणक्य, पूर्व राष्ट्रपति डाक्टर एपीजे अब्दुल कलाम और मेट्रोमैन श्रीधरन जी के जीवन का उदाहरण देते हुए कहा, इन सबके पीछे आपसे मेरा आपसे यही कहना है कि आप जहां भी रहें और जो भी दायित्व संभालें, उसमें केवल यह ध्यान रखें कि जो दायित्व आप निभा रहे हैं, वह राष्ट्रहित के लिए है. इससे आप उस श्रेणी में खड़े हो जाएंगे जिसे हम राष्ट्र निर्माता कहते हैं.
(इनपुट भाषा से)
उत्तर प्रदेश के शाहजहांपुर जिले में जलालाबाद थाना क्षेत्र के डोलापुर में गांव तीन महीने पहले अपहरण कर भाड़े के बदमाशों से अपने बड़े भाई की हत्या करवाने के मामले में छोटे भाई सहित चार आरोपियों को पुलिस ने गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है.
अपर पुलिस अधीक्षक (ग्रामीण) सुभाषचंद्र शाक्य ने शुक्रवार को बताया कि डोलापुर गांव में तीन महीन पहले बासदेव नाम के व्यक्ति की अपहरण कर हत्या करने के बाद शव जमीन में दफना दिया गया था. पुलिस ने इस घटना का खुलासा करते हुए उसके छोटे भाई रामनिवास और भाड़े के बदमाशों अजय कुशवाहा, धीर सिंह व बजरंगबली को गिरफ्तार उनकी निशानदेही पर जमीन में गड़ा शव बरामद करने के बाद जेल भेज दिया है.
उन्होंने बताया कि 70 बीघा जमीन हथियाने के लालच में रामनिवास ने बदमाशों से अपने बड़े भाई बासदेव का अपहरण और उसके बाद हत्या करवाने का अपराध स्वीकार कर लिया है.
(इनपुट IANS से)
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