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बैंक अधिकारियों द्वारा राज्य के विभिन्न हिस्सों में ऋण की किश्तों का भुगतान न करने के आधार पर किसानों की भूमि को जब्त किया जा रहा है और इसलिए, विपक्षी दल राज्य सरकार पर ऋण माफी के झूठे वादे करने के लिए हमला कर रहे हैं।
गहलोत ने ट्वीट किया, राज्य में रिजर्व बैंक के नियंत्रणाधीन वाणिज्यिक बैंकों के ऋण किसानों द्वारा भुगतान न किए जाने के कारण कठिनाई निवारण अधिनियम के तहत भूमि कुर्की व नीलामी की प्रक्रिया की जा रही है। राज्य सरकार ने अधिकारियों को इसे रोकने निर्देश दिए हैं।
उन्होंने कहा कि राज्य सरकार ने सहकारी बैंकों का कर्ज माफ किया है।
भारत सरकार से आग्रह किया गया है कि वाणिज्यिक बैंकों से वन टाइम सेटलमेंट कर किसानों का कर्ज माफ किया जाए। राज्य सरकार भी अपना हिस्सा वहन करने को तैयार है। हमारी सरकार ने 5 एकड़ तक कृषि भूमि वाले किसानों की भूमि की नीलामी पर प्रतिबंध लगाने के लिए विधानसभा में एक विधेयक पारित किया, लेकिन अब तक यह कानून नहीं बना है क्योंकि राज्यपाल ने अभी तक इसे मंजूरी नहीं दी है।
उन्होंने कहा, मुझे दुख है कि कानून को मंजूरी नहीं मिलने के कारण ऐसी स्थिति पैदा हुई है। मुझे उम्मीद है कि इस विधेयक को जल्द ही मंजूरी मिल जाएगी, ताकि भविष्य में इस तरह की नीलामी न हो।
कर्ज की किश्त नहीं चुकाने के कारण राजस्थान भर में कृषि भूमि की नीलामी की जा रही है।
राजस्थान राज्य में किसानों की जमीन की नीलामी के खिलाफ कांग्रेस ने 24 जनवरी को दोपहर 2 बजे राज्यपाल आवास का घेराव करने का फैसला किया है। राज्य के सभी किसान संगठनों के साथ जहां उनसे विधेयक पारित करने का अनुरोध किया जाएगा।
इस बीच, भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष सतीश पूनिया ने गुरुवार को कांग्रेस पार्टी पर कर्ज माफी पर किसानों से झूठे वादे करने के लिए हमला किया।
अपने ट्वीट में उन्होंने कांग्रेस नेता राहुल गांधी को हैश-टैग किया और कहा, राजस्थान के किसानों की जमीन की नीलामी की जा रही है और राहुल गांधी के इस वादे के कारण किसान आत्महत्या कर रहे हैं।
उन्होंने कहा और टैग किया, अशोक गहलोत भी कह रहे हैं कि वह केवल पत्रों का आदान-प्रदान करके लोगों को गुमराह कर रहे हैं। जरा सी भी ईमानदारी बची है, तो किसानों का कर्ज पूरी तरह माफ कर दो।
पूनिया ने एक चुनावी रैली का एक वीडियो भी पोस्ट किया, जिसमें राहुल गांधी ने 10 तक गिनती की और कहा कि 10 दिनों में किसानों का कर्ज माफ कर दिया जाएगा।
--आईएएनएस
एचके/एसजीके
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