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सैकड़ों मुस्लिम (Muslim) महिलाओं की तस्वीर 'सुल्ली डील्स'(Sulli Deals) के नाम से एक ऐप पर 4 जुलाई को अपलोड की गईं, ये तस्वीरें किसने अपलोड कीं इसका खुलासा अभी नहीं हुआ है, लेकिन ये काफी चौंकाने वाला है. जिसके बाद से ट्विटर पर लोग अपनी-अपनी प्रतिक्रियाएं दे रहे हैं. बता दें कि सुल्ला या सुल्ली एक अपमानजनक शब्द है जिसका इस्तेमाल मुसलमानों के लिए किया जाता है.
यह ऐप तब सामने आया जब लोगों ने ट्विटर पर अपना 'डील ऑफ द डे' शेयर करना शुरू किया, जिसके बाद से गिटहब ने इसे हटा दिया है.
गिटहब एक होस्टिंग प्लेटफॉर्म है, जिसमें ओपन सोर्स कोड का भंडार है. ऐप 'सुली डील्स' गिटहब पर बनाया और इस्तेमाल किया गया था. पेशे से पायलट, हना मोहसिन खान ने क्विंट के साथ अपनी बातचीत में बताया,
द क्विंट से बात करते हुए, दिल्ली-एनसीआर की एक 27 वर्षीय महिला ने कहा कि 'सुली डील्स' ऐप पर अपनी तस्वीरें सामने आने के बाद उसने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म छोड़ दिया है.
सोशल मीडिया पर लोकप्रिय आवाज हीना मोहसिन खान ने कहा कि वह डरी नहीं बल्कि गुस्से में हैं. एक महिला के तौर पर मैं गुस्से में हूं.
एक होस्टिंग प्लेटफॉर्म के रूप में, गिटहब अपने यूजर्स को व्यक्तिगत या प्रशासनिक नामों के तहत ऐप बनाने की अनुमति देता है. यूजर इन ऐप्स को गिटहब मार्केटप्लेस में साझा करने या बेचने की भी अनुमति है. लेकिन 'सुल्ली डील्स' ऐप किसने बनाया, इस पर अभी कोई स्पष्टता नहीं है.
गिटहब के चीफ ऑपरेटिंग ऑफिसर एरिका ब्रेशिया ने ट्विटर पर पुष्टि करते हुए बताया, कि ऐप को हटा दिया गया है. हालांकि, कोई औपचारिक बयान जारी नहीं किया गया है.
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