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देहरादून, 1 अप्रैल (आईएएनएस)| दिल्ली के निजामुद्दीन में तबलीगी जमात में शामिल हुए लोगों के कोरोना वायरस से संक्रमित होने की बातों ने उत्तराखंड सरकार की चिंता बढ़ा दी है। इस धार्मिक आयोजन में सरकार की ओर से अधिकारिक पुष्टी 26 लोगों के शामिल होने की हुई है। सूत्रों के अनुसार सबसे अधिक लोग हरिद्वार जिले के हैं। इसके अलावा उत्तरकाशी व देहरादून और शेष अन्य जिलों से हैं। यह जानकारी आने के बाद से पूरे प्रदेश में सतर्कता बरती जा रही है।
हालांकि ये अभी साफ नहीं है कि लॉकडाउन के बीच यह जमाती किन राज्यों में हैं। दरअसल, निजामुद्दीन मरकज दुनियाभर के जमातियों का सेंटर है। वहां से ही जमात को देशभर में इस्लाम के प्रचार-प्रसार के लिए भेजा जाता है। जमाती 40 दिन बाद वहीं वापसी दर्ज कराते हैं।
मुख्य सचिव उत्पल कुमार सिंह ने बताया, "राज्य से 26 लोगों के तबलीगी जमात में शामिल होने की आधिकारिक जानकारी मिली है, लेकिन संख्या बढ़ सकती है। उन्होंने कहा कि इन लोगों में से कोई भी उत्तराखंड में नहीं है। सभी राज्य से बाहर हैं।"
निजामुद्दीन में तबलीगी मरकज में उत्तरकाशी जिले के मोरी ब्लाक के पकवाड़ गांव के तीन व्यक्ति शामिल हुए थे। यह तीनों इससे पहले मलेशिया में जमात में गए थे। एसपी पंकज भट्ट के अनुसार "तीनों को दिल्ली में क्वारंटाइन किया गया है। मोबाइल लोकेशन से इसकी पुष्टि भी करा ली गई है।"
रानीखेत इलाके में चार लोग तबलीगी मकरज से लौटे हैं। एसडीएम अभय प्रताप सिंह ने बताया, "फिलहाल इनमें कोरोना जैसे लक्षण नहीं मिले हैं। फिर भी एहतियात के तौर पर इन्हें क्वारंटाइन किया गया है। इनमें से तीन बिहार के मूल निवासी हैं।"
इस संबंध में डीजी (अपराध) अशोक कुमार का कहना है, "पुलिस ऐसे लोगों का ब्यौरा जुटाने में लगी है। अभी पहले बाहर से आने वाले लोगों को क्वारंटीन कराना है।"
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