Home Created by potrace 1.16, written by Peter Selinger 2001-2019News Created by potrace 1.16, written by Peter Selinger 2001-2019अब कानूनों में नजर नहीं आती स्पष्टता, चिंताजनक स्थिति: CJI एनवी रमना

अब कानूनों में नजर नहीं आती स्पष्टता, चिंताजनक स्थिति: CJI एनवी रमना

मुख्य न्यायाधीश का बड़ा बयान, कहा अब कानूनों में नजर नहीं आती स्पष्टता

क्विंट हिंदी
न्यूज
Updated:
<div class="paragraphs"><p>मुख्य न्यायाधीश ने आज के समय में बनने कानूनों की आलोचना की&nbsp;</p></div>
i

मुख्य न्यायाधीश ने आज के समय में बनने कानूनों की आलोचना की 

(फोटो-द क्विंट)

advertisement

स्वतंत्रता दिवस (Independence Day) के मौके पर भारत के मुख्य न्यायाधीश एनवी रमना (CJI NV Ramana) ने अपने संबोधन में देश में बनने वाले नए कानूनों के संदर्भ टिप्पणी करते हुए कहा कि आज के कानूनों में नजर ही नहीं आता कि किस उद्देश्य के लिए बनाए गए हैं.

संसद की मौजूदा स्थिति पर बात करते हुए उन्होंने अपने संबोधन में कहा कि यदि आप पुराने दिनों की सदनों में होने वाली बहसों को देखें वो आज की तुलना में बिल्कुल अलग हुआ करती थी. पहले की बहसों में बुद्धिमत्ता और रचनात्मकता हुआ करती थी.

ADVERTISEMENT
ADVERTISEMENT

मुख्य न्यायाधीश ने आगे कहा कि पहले भी कानून बना करते थे, बहसें हुआ करती थी, लेकिन आज की स्थिति बेहद चिंताजनक है. हम आज बनने वाले कानूनों में तमाम तरह की खामियाँ देखते हैं. कानूनों में अस्पष्टता देखने को मिलती है.

उन्होंने कहा, "अब बनने वाले कानूनों में कहीं कोई स्पष्टता नहीं नजर आती है. बने हुए कानूनों से पता ही नहीं चलता कि ये किस उद्देश्य से बनाए गए हैं. यह स्थिति सरकार के लिए बहुत सारे नुकसान और जनता के लिए असुविधा का करण बन रहा है. अगर सदनों में बुद्धिजीवी और प्रोफेशनल लॉयर न हों तो ऐसा ही होता है."

अगर हम अपने स्वतंत्रता सेनानियों पर भी नजर डालें तो उसमें भी कई वकील बिरादरी के थे. लोकसभा और राज्यसभा के शुरुआती सदस्यों में कई वकील थे, जिससे उस समय सदनों में बहसें भी बहुत रचनात्मक हुआ करती थी. आज जो हम देख रहे हैं यह हमारा दुर्भाग्य है.
CJI एनवी रमना

संसद का मॉनसून सत्र हंगामे में खत्म हो गया. इसकी शुरुआत पेगासस जासूसी कांड पर हंगामे के साथ हुई थी. सत्र के अंत तक आते-आते बात इतनी बिगड़ गई कि राजयसभा से धक्कामुक्की की वीडियो तक सामने आ गई.

(हैलो दोस्तों! हमारे Telegram चैनल से जुड़े रहिए यहां)

Published: 15 Aug 2021,03:49 PM IST

Read More
ADVERTISEMENT
SCROLL FOR NEXT