advertisement
देश की आजादी के 75 साल को लेकर मनाए जा रहे आजादी के अमृत महोत्सव के तहत दिल्ली के लाल किले से निकाली गई तिरंगा यात्रा को लेकर भाजपा और कांग्रेस आमने सामने आ गए हैं।
केंद्रीय संस्कृति मंत्रालय द्वारा आयोजित इस तिरंगा यात्रा के लिए सभी राजनीतिक दलों के सांसदों को आमंत्रित किया गया था लेकिन कांग्रेस समेत विपक्षी दलों के सांसद इस यात्रा में शामिल नहीं हुए। यात्रा में शामिल नहीं होने के बारे में सवाल पूछने पर लोक सभा में कांग्रेस के नेता अधीर रंजन चौधरी ने भाजपा की देशभक्ति पर सवाल उठाते हुए कहा कि आजादी के आंदोलन में महत्वपूर्ण भूमिका निभाने वाले अखबार (नेशनल हेराल्ड) के खिलाफ साजिश हो रही है। उन्होंने इस तिरंगा यात्रा को भाजपा की यात्रा बताते हुए कहा कि सरकारी कार्यक्रम को सामने रखकर भाजपा राजनीतिक एजेंडे पर काम कर रही है, इसलिए वो इसमें शामिल नहीं हो सकते हैं। कांग्रेस अलग से अपना कार्यक्रम आयोजित करने की बात भी कह रही है।
बीजेपी सांसद मनोज तिवारी ने कांग्रेस के तिरंगा यात्रा में शामिल नहीं होने के विरोध में संसद भवन परिसर के गेट नंबर 4 पर तिरंगा लहरा कर अपना विरोध जताया और साथ ही कांग्रेस पर तिरंगे का अपमान करने का भी आरोप लगाया। तिवारी ने कहा कि उपराष्ट्रपति वेंकैया नायडू द्वारा यात्रा को हरी झंडी दिखाने के बावजूद अगर किसी को तिरंगे में भी भाजपा और नरेंद्र मोदी दिखाई देता है तो यह उनकी सोच है लेकिन हम 2047 तक तिरंगा यात्रा निकालते रहेंगे।
मनोज तिवारी ने कहा कि सरकार तो सबकी होती है और सरकार के निमंत्रण के बावजूद इन लोगों ने (विपक्ष) तिरंगा यात्रा में शामिल नहीं होकर तिरंगे का अपमान किया है और इसका जवाब उन्हें भाजपा नहीं देश की जनता देगी।
--आईएएनएस
(क्विंट हिन्दी, हर मुद्दे पर बनता आपकी आवाज, करता है सवाल. आज ही मेंबर बनें और हमारी पत्रकारिता को आकार देने में सक्रिय भूमिका निभाएं.)