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गार्जियन को 124,000 से अधिक दस्तावेज हाथ लगे जिसके आधार पर ये खुलासा हुआ है।
लीक पांच साल की अवधि तक फैली थी जब उबेर को उसके सह-संस्थापक ट्रैविस कलानिक चला रहे थे, जिसने अपने दम पर दुनिया भर के शहरों में कैब-हेलिंग सेवा शुरू करने की कोशिश की, भले ही इसके लिए उनको कानून और टैक्सी नियमों की धज्जियां उड़ानी पड़ी हो।
द गार्जियन की रिपोर्ट के अनुसार, डेटा से पता चलता है कि कैसे उबर ने प्रधानमंत्रियों, राष्ट्रपतियों, अरबपतियों और मीडिया बैरन से सांठगांठ कर अपने लिए समर्थन जुटाया।
2013 से 2017 तक की फाइलों में 83,000 से अधिक ईमेल, और व्हाट्सअप संदेश शामिल हैं, जिनमें ट्रैविस कलानिक और उनके शीर्ष अधिकारियों की टीम के बीच संचार भी है।
एक बयान में, कलानिक के प्रवक्ता ने कहा कि उन्होंने कभी नहीं सुझाव दिया कि उबर को चालक सुरक्षा की कीमत पर हिंसा का लाभ उठाना चाहिए, द गार्जियन ने बताया।
लीक में कलानिक और इमैनुएल मैक्रों के बीच बातचीत भी शामिल हैं, जिन्होंने गुप्त रूप से फ्रांस में कंपनी की मदद की थी जब मैक्रों वित्त मंत्री थे।
द गार्जियन की रिपोर्ट के अनुसार, फ्रांसीसी राष्ट्रपति मैक्रों ने उबर की मदद करने के लिए हद पार कर दी, यहां तक कि कंपनी को यह भी बताया कि उन्होंने फ्रांसीसी कैबिनेट में अपने विरोधियों के साथ एक गुप्त सौदा किया था।
जर्मन चांसलर, ओलाफ स्कोल्ज, जो उस समय हैम्बर्ग के मेयर थे, ने उबर लॉबिस्टों को तवज्जो नहीं दी, एक कार्यकारी ने कहा कि वह एक वास्तव में कमेडियन हैं।
जब तत्कालीन अमेरिकी उप-राष्ट्रपति और उबर के समर्थक रहे जो बाइडेन जब दावोस में वल्र्ड इकोनॉमिक फोरम में कंपनी के साथ बैठक में देर से आए, तो कलानिक ने एक सहयोगी से कहा: मैंने अपने लोगों से कहा है कि जो जितनी देर से आएगा, मेरे पास उसके लिए उतना ही कम वक्त होगा, द गार्जियन ने बताया।
--आईएएनएस
एसकेपी
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