advertisement
(अदिति खन्ना)
लंदन, 27 फरवरी (भाषा) ब्रिटेन के विदेश मंत्री जेरेमी हंट ने बुधवार को विदेश मंत्री सुषमा स्वराज और पाकिस्तान के विदेश मंत्री शाह महमूद कुरैशी से बात की ताकि पुलवामा हमले के बाद परमाणु सम्पन्न दोनों पड़ोसी देशों के बीच तनाव और बढ़ने से रोका जा सके।
14 फरवरी को जम्मू कश्मीर के पुलवामा में आतंकवादी हमले के बाद भारत और पाकिस्तान के बीच तनाव बढ़ गया है। उक्त आत्मघाती हमले की जिम्मेदारी पाकिस्तान स्थित आतंकवादी संगठन जैश ए मोहम्मद ने ली है जिसमें सीआरपीएफ के 40 जवान शहीद हो गए थे।
उक्त घटना के बाद भारत ने पाकिस्तान के खैबर पख्तूनख्वा प्रांत के बालाकोट में जैश ए मोहम्मद के सबसे बड़े प्रशिक्षण शिविर पर हमला किया जिसमें ‘‘बड़ी संख्या में’’ आतंकवादी, प्रशिक्षक और बड़े कमांडर मारे गए।
बुधवार को पाकिस्तान ने दावा किया कि उसने पाकिस्तानी हवाई सीमा में भारत के दो विमान मार गिराये और एक पायलट को गिरफ्तार कर लिया।
ब्रिटेन के विदेशी और राष्ट्रमंडल कार्यालय (एफसीओ) की ओर से जारी एक बयान के अनुसार हंट ने कहा, ‘‘मैं भारत की विदेश मंत्री स्वराज और पाकिस्तान के विदेश मंत्री कुरैशी के संपर्क में हूं। मैंने दोनों से स्थिति के बारे में बात की है। हम सभी पक्षों से संयम बरतने का आग्रह कर रहे हैं।"
उन्होंने कहा, ‘‘भारत और पाकिस्तान के बीच कश्मीर में बढ़ते तनाव को लेकर ब्रिटेन बहुत चिंतित है। दोनों देश ब्रिटेन के अच्छे दोस्त हैं।"
हंट ने कहा, ‘‘कोई भी पक्ष इस तनाव को और बढ़ते नहीं देखना चाहता है लेकिन इसमें आने वाले दिनों में बहुत संयम बरते जाने की जरुरत होगी और हम इस समय उत्पन्न तनाव को कम करने के लिए हर संभव प्रयास कर रहे हैं।"
यह घटनाक्रम बुधवार को ब्रिटेन की संसद में "कश्मीर में सुरक्षा और मानवीय स्थिति" पर एक लंबी चर्चा के बाद आया है।
ब्रिटेन की प्रधानमंत्री टेरेसा मे ने हाउस ऑफ कॉमन्स में सांसदों को सूचित किया था कि ब्रिटेन दोनों देशों के साथ लगातार संपर्क में है और तनाव को कम करने की दिशा में काम कर रहा है।
एफसीओ में अन्य मंत्री मार्क फील्ड ने संसद को बताया कि वह गुरुवार से तीन दिवसीय पूर्व निर्धारित यात्रा पर भारत में होंगे जहां वह भारत और पाकिस्तान के बीच बातचीत को प्रोत्साहित करने के लिए ब्रिटेन के प्रयासों को आगे बढ़ाएंगे।भाषा
अमित अनुरागअनुरागअनुराग2702 2353 लंदननननन.
(ये खबर सिंडिकेट फीड से ऑटो-पब्लिश की गई है. हेडलाइन को छोड़कर क्विंट हिंदी ने इस खबर में कोई बदलाव नहीं किया है.)
(क्विंट हिन्दी, हर मुद्दे पर बनता आपकी आवाज, करता है सवाल. आज ही मेंबर बनें और हमारी पत्रकारिता को आकार देने में सक्रिय भूमिका निभाएं.)