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संयंत्र 1986 की आपदा का स्थल था, जिससे आसपास के क्षेत्रों और यूरोप के कुछ हिस्सों में बड़े पैमाने पर प्रदूषण हुआ।
जेलेंस्की ने दावा किया कि मॉस्को के विशेष अभियान में चेरनोबिल घंटों में लड़ाई चल रही है। क्रेमलिन का कहना है कि डोनबास के पूर्वी गणराज्यों की रक्षा के लिए लड़ाई शुरू की गई।
जेलेंस्की ने ट्वीट किया, हमारे रक्षक अपनी जान दे रहे हैं, ताकि 1986 की त्रासदी दोबारा न हो।
आरटी के मुताबिक, यूक्रेन के गृहमंत्री और पूर्व सांसद एंटोन गेराशचेंको के सलाहकार ने सोशल मीडिया पर लिखा कि रूसी सेना बेलारूस से यूक्रेन में घुस गई है और आपदा के बाद संयंत्र के आसपास स्थापित अपवर्जन क्षेत्र में प्रवेश कर गई है।
मॉस्को ने अब तक स्थिति की पुष्टि या खंडन नहीं किया है।
यह पूछे जाने पर कि क्या बेलारूसी सैनिक यूक्रेन में भी लड़ रहे हैं, बेलारूस के राष्ट्रपति अलेक्जेंडर लुकाशेंको ने गुरुवार को कहा कि उनके सैनिक इस ऑपरेशन में हिस्सा नहीं ले रहे हैं।
--आईएएनएस
एसजीके
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