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यूक्रेन के टरनोपिल शहर में रह रहे एक भारतीय छात्र अमन गुप्ता (बदला हुआ नाम) ने आईएएनएस को बताया, हम जब सुबह उठे तो हमें सायरन सुनाई दिए, अब पहले जितने हालात सामान्य नहीं है। सरकार की ओर से भी घर से बाहर निकलने के लिए मना किया गया है। मेरे कुछ दोस्तों की आज की फ्लाइट थी, वह कीव गए हुए थे वह भी टरनोपिल से अब वापस आ रहे हैं, क्योंकि कीव स्थित एयरपोर्ट से करीब 3 किलोमीटर दूर ही हमला हुआ है। मौजूदा हालात को देखते हुए यूनिवर्सिटी की ओर से भी कहा गया है कि आज ऑनलाइन क्लास होगी।
उन्होंने आगे बताया कि, यहां मौजूद छात्र घबराए हुए हैं और माता पिता के लगातार कॉल आ रहे हैं। मेरे कुछ दोस्त भारतीय दूतावास में मौजूद हैं, क्योंकि दूतावास ने सभी बच्चों को एयरपोर्ट से निकाल लिया है। हमारे सीनियर्स व यहां की कुछ ऑर्गनाइजेशन की ओर से हमसे बोला गया है कि अपने पास सिर्फ नकदी में पैसा रखें और जितना राशन हो सके उसको जमा कर अपने पास रखें।
इसी विवाद के कारण 242 भारतीय छात्र वापस अपने देश लौटे, इंदिरा गांधी अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे पर सभी छात्र देर मंगलवार देर रात पहुंचे। भारत ने यूक्रेन व आसपास के क्षेत्रों में रह रहे भारतीय नागरिकों के लिए निकासी अभियान शुरू कर दिया है। भारत ने इस विशेष अभियान के तहत ड्रीमलाइनर बी-787 विमान को तैनात किया है।
--आईएएनएस
एमएसके/आरजेएस
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