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ऑनलाइन न्यूज पोर्टल उक्रेइंस्का प्रावदा की रिपोर्ट के अनुसार, शुक्रवार को पोलैंड मीडिया को दिए एक साक्षात्कार में राष्ट्रपति ने कहा कि जिस क्षेत्र में कब्र मिली है, उस पर मार्च में रूसी सेना ने कब्जा कर लिया था।
उन्होंने कहा, कोई नहीं जानता कि कितने लोग मारे गए हैं। पहले जांच होगी परिणाम आएंगे फिर एक जनगणना होगी। हमें इन सभी लोगों को ढूंढना है, लेकिन हम यह भी नहीं जानते कि ये कितने लोग हैं।
जेलेंस्की ने यह भी दावा किया कि 24 फरवरी को लड़ाई शुरू होने के बाद से लगभग 500,000 यूक्रेनियन को अवैध रूप से रूस भेज दिया गया है।
उन्होंने जोर देकर कहा कि यूक्रेनी अभियोजक और कानून प्रवर्तन अधिकारी उन सभी रूसी सैनिकों को ढूंढेंगे और उन पर मुकदमा चलाएंगे, जो यूक्रेन के नागरिकों के खिलाफ किए गए अपराधों से जुड़े हैं।
ऑनलाइन न्यूज पोर्टल उक्रेइंस्का प्रावदा ने बताया इस बीच, यूक्रेनी अभियोजक के कार्यालय ने 10 रूसी सैनिकों की पहचान की है, जिन्होंने बुचा में यूक्रेनियन को प्रताड़ित कर मार डाला।
बुचा मेयर अनातोली फेडोरुक ने 23 अप्रैल को घोषणा की थी कि रूसी सेना द्वारा मारे गए 412 नागरिक कीव शहर से लगभग 31 किमी दूर शहर में सामूहिक कब्रों में पाए गए थे।
जांचकर्ताओं को अब तक कीव क्षेत्र में सामूहिक कब्रों में करीब 1,100 शव मिले हैं।
मारियुपोल शहर के बाहरी इलाके में 3 सामूहिक कब्रें भी मिली हैं, जिनमें हजारों नागरिकों के शव हैं।
--आईएएनएस
एसएस/आरएचए
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