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उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव के पहले चरण की अधिसूचना मंगलवार को जारी कर दी गयी है. इसके साथ ही सुबह 11 बजे से नामांकन की प्रक्रिया भी शुरू कर दी गयी है. पहले चरण में राज्य के मुस्लिम बहुल पश्चिमी क्षेत्र के 15 जिलों की कुल 73 सीटों के लिये 11 फरवरी को मतदान होगा.
निर्वाचन आयोग द्वारा घोषित कार्यक्रम के मुताबिक, नामांकन की प्रक्रिया 24 जनवरी तक चलेगी. अगले दिन नामांकन पत्रों की जांच होगी और नाम वापसी की आखिरी तारीख 27 जनवरी होगी.
इस चरण में ज्यादातर उन विधानसभा क्षेत्रों में मतदान होगा, जहां मुस्लिम मतदाताओं की संख्या ज्यादा है. इस चरण में साल 2013 के दंगों के जख्म सहन करने वाले मुजफ्फरनगर और शामली जिलों में भी मतदान होगा. साल 2014 में हुए लोकसभा चुनाव में बीजेपी ने इन क्षेत्रों में काफी अच्छा प्रदर्शन किया था.
पहले चरण का चुनाव खासकर बीएसपी चीफ मायावती और उनकी पार्टी के लिये लिटमस टेस्ट जैसा होगा. मायावती इस बार चुनाव में दलित-मुस्लिम वोट बैंक पर भरोसा करके चुनावी नैया पार लगाने का मंसूबा रख रही हैं.
मायावती ने इस बार सबसे ज्यादा 97 (403 में से) मुसलमानों को चुनाव का टिकट दिया है. पहले चरण का चुनाव यह तय करेगा कि बीएसपी की यह रणनीति कितनी कारगर होती है और क्या वह साल 2012 के मुकाबले मुस्लिम वोट बैंक में और गहरी सेंध लगा पाती है या नहीं.
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