advertisement
Uttarakhand Rudraprayag Accident: उत्तराखंड में रुद्रप्रयाग-बदरीनाथ हाईवे पर रौतेली के पास यात्रियों से भरी एक टेम्पो ट्रैवलर अलकनंदा नदी में गिर गई. इस दर्दनाक हादसे में 14 लोगों की दुखद मौत हो गई है, जबकि कई लोग घायल हो गए हैं.
हादसे के बाद मौके पर स्थानीय लोगों के साथ एसडीआरएफ, फायर विभाग, पुलिस प्रशासन, जिला आपदा प्रबंधन, डीडीआरएफ समेत अन्य टीमों ने रेस्क्यू ऑपरेशन चलाया.
शनिवार, 15 जून को बद्रीनाथ हाइवे से 5 किलोमीटर दूर रौतेली के पास एक 23 यात्रियों से भरी टेम्पो ट्रैवलर बस अनियंत्रित होकर अलकनंदा नदी में जा गिरी. जिन यात्रियों को रेस्क्यू कर लिया गया, उन्हें तुरंत नजदीकी अस्पताल में रेफर किया गया, जहां उनकी हालत गंभीर बताई जा रही है.
मौके पर रुद्रप्रयाग एसपी डॉ वैशाखा खुद मौजूद रहीं. साथ ही मौके पर स्थानीय लोगों के साथ ही एसडीआरएफ, फायर, पुलिस प्रशासन, जिला आपदा प्रबंधन, डीडीआरएफ समेत अन्य टीम मौके पर रेस्क्यू ऑपरेशन में जुटी रहीं.
उत्तराखंड में चारधाम यात्रा को शुरू हुए 1 महीने से ज्यादा का समय हो गया है और हर दिन यहां लाखों की संख्या में श्रद्धालु दर्शन करने पहुंच रहे हैं. यात्रा के साथ ही अब हादसे भी लगातार बढ़ने शुरू हो गए हैं.
उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा, "आज यहां बहुत दुखःद घटना हुई है. एक टेंपो ट्रैवलर दुर्घटनाग्रस्त हुआ है. कुछ लोगों को इलाज रुद्रप्रयाग में ही कराया जा रहा है और कुछ लोगों को एयरलिफ्ट कर AIIMS में भर्ती कराया गया है. जो भी घायल हैं उनका इलाज अच्छे से हो उस पर हम पूरी तरह ध्यान दे रहे हैं. यहां का प्रशासन भी लगा हुआ है. घटना में जो लोग हताहत हुए हैं, उन दिवंगत आत्माओं के लिए में प्रार्थना करता हूं कि भगवान उन्हें अपने श्री चरणों में स्थान दें."
साथ ही उन्होंने कहा कि घटना के बारे में जांच के आदेश दे दिये गए हैं.
वहींं घटना पर पीएम मोदी ने कहा है कि उत्तराखंड के रुद्रप्रयाग में हुआ सड़क हादसा हृदयविदारक है. इसमें अपने प्रियजनों को खोने वाले शोकाकुल परिजनों के प्रति मेरी गहरी संवेदनाएं. इसके साथ ही मैं सभी घायलों के शीघ्र स्वस्थ होने की कामना करता हूं. राज्य सरकार की देखरेख में स्थानीय प्रशासन पीड़ितों की हरसंभव मदद में जुटा है. साथ ही कहा कि प्रत्येक मृतक के परिजनों को PMNRF से 2 लाख रुपये की अनुग्रह राशि दी जाएगी. घायलों को 50,000 रुपये दिए जाएंगे.
(क्विंट हिन्दी, हर मुद्दे पर बनता आपकी आवाज, करता है सवाल. आज ही मेंबर बनें और हमारी पत्रकारिता को आकार देने में सक्रिय भूमिका निभाएं.)