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सोशल मीडिया पर एक वीडियो वायरल हो रहा है. वीडियो में कुछ लोग पुलिस की गाड़ी और पुलिसकर्मियों पर हमला करते देखे जा सकते हैं. दावा किया जा रहा है कि वीडियो पश्चिम बंगाल का है और पुलिस पर हमला करते दिख रहे लोग TMC कार्यकर्ता हैं.
वीडियो ऐसे समय पर वायरल हो रहा है जब पश्चिम बंगाल में विधानसभा चुनाव के नतीजे आने के बाद से ही हिंसा की खबरें आ रही हैं. हिंसा में हुई हत्याओं को लेकर बीजेपी और टीएमसी की तरफ से ये दावा किया जा रहा है कि उनकी पार्टी के कार्यकर्ता इस हिंसा में मारे गए हैं.
सोशल मीडिया पर वीडियो अलग-अलग कैप्शन के साथ वायरल है. लेकिन, हर कैप्शन में दावा यही है कि वीडियो में पुलिस के साथ हिंसा कर रहे लोग TMC कार्यकर्ता हैं.
गूगल पर वायरल वीडियो में दिख रहे घटनाक्रम से जुड़े कीवर्ड (Mob Attack Police Vehicle) सर्च करने से हमें इंडिया टुडे वेबसाइट पर 3 मई, 2021 को पब्लिश हुई एक रिपोर्ट मिली. रिपोर्ट के मुताबिक ओडिशा के मयूरभंज में पुलिस ने जब लोगों से कोरोना गाइडलाइन का पालन करने को कहा, तो स्थानीय लोगों ने पुलिस पर ही हमला कर दिया.
रिपोर्ट के साथ एक वीडियो भी है. जिसमें तोड़फोड़ का शिकार हुई पुलिस की गाड़ी भी देखी जा सकती है. लेकिन, चूंकि ये इंडिया टुडे की रिपोर्ट का वीडियो रात में शूट किया गया है और वायरल वीडियो दिन के समय का है, इसलिए पुष्टि नहीं होती कि वायरल वीडियो भी इसी घटना का है.
यूट्यूब पर Odisha Police attacked कीवर्ड सर्च करने से हमें ओडिशा की 3 महीने पुरानी घटना का वीडियो मिला, जो वायरल वीडियो से मेल खाता है. Kalinga TV के वेरिफाइड यूट्यूब चैनल पर 13 जनवरी 2021 को अपलोड किया गया एक वीडियो मिला. वीडियो के टाइटल से पता चलता है कि मामला ओडिशा के भदरक का है. जहां पुलिस कस्टडी में एक शख्स की मौत के बाद स्थानीय लोगों ने पुलिस वैन में आग लगा दी.
3 महीने पुराने इस वीडियो के विजुअल पूरी तरह वायरल वीडियो से मेल खाते हैं. पुलिस की गाड़ी और वीडियो में दिख रहे कुछ लोगों से पता चल रहा है कि दोनों वीडियो एक ही हैं.
मामले से जुड़े कीवर्ड्स गूगल सर्च करने से ओडिशा के क्षेत्रीय न्यूज चैनल कनक न्यूज पर भी हमें इस घटना का वीडियो मिला. .
कनक न्यूज की वीडियो रिपोर्ट और वायरल वीडियो की लोकेशन एक ही है. इन विजुअल्स से समझिए.
ओडिशा टीवी ने भी 13 जनवरी की इस घटना को रिपोर्ट किया.
इंडियन एक्सप्रेस की रिपोर्ट के मुताबिक, पुलिस मृतक बपी महालिक के रिश्तेदार से पूछताछ करने पहुंची थी. लेकिन, बपी अचानक पुलिस को देख डर गया और भागने लगा. पुलिस भी इस गलतफहमी में बपी के पीछे भागने लगी कि वही आरोपी है. भागते-भागते बपी एक तालाब में कूदा और डूबने से उसकी मौत हो गई. इस घटना के बाद स्थानीय लोग भड़क गए और पुलिस पर हमला कर दिया.
मतलब साफ है कि ओडिशा की करीब 3 महीने पुरानी घटना का वीडियो पश्चिम बंगाल में TMC कार्यकर्ताओं की पुलिस से मारपीट का बताकर शेयर किया जा रहा है.
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