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दिल्ली बीजेपी नेताओं ने केजरीवाल सरकार के मोहल्ला क्लीनिक को फेल साबित करने के लिए 28 मई को #failedmohallaclinic ट्रेंड कराया. इस बीच गौतम गंभीर, कुलजीत चहल, अभिजीत सिंह जैसे कई बीजेपी नेताओं ने मोहल्ला क्लीनिक की बदहाली को दिखाती कुछ तस्वीरें शेयर कीं. हालांकि, वेबकूफ की पड़ताल में सामने आया कि असल में ये सभी तस्वोवीरें 3 साल पुरानी हैं.
दरअसल, दिल्ली बीजेपी ने 28 मई को एक प्रेस कॉन्फ्रेंस कर दिल्ली सरकार के बनाए गए मोहल्ला क्लीनिक पर सवाल उठाते हुए कहा था कि, ये क्लीनिक कोरोना काल में फेल रहे. इस प्रेस कॉन्फ्रेंस के बाद ही बीजेपी नेताओं समेत कई पार्टी समर्थकों ने ट्विटर पर #failedmohallaclinic ट्रेंड कराया था.
पूर्व क्रिकेटर और बीजेपी नेता गौतम गंभीर ने 28 मई को ट्विटर पर दिल्ली के एक मोहल्ला क्लीनिक की फोटो शेयर की, जिसमें क्लीनिक के बाहर एक गधा बंधा हुआ दिख रहा है.
बीजेपी युवा मोर्चा में कानूनी मामलों की इंचार्ज चारू प्रज्ञा ने भी मोहल्ला क्लीनिक के कुछ विजुअल्स शेयर कर लिखा कि कुछ सालों पहले इसी मोहल्ला क्लीनिक की सफलता पर हार्वर्ड यूनिवर्सिटी स्टडी करना चाहती थी.
उत्तर प्रदेश के बिठूर विधानसभा क्षेत्र से विधायक और बीजेपी नेता अभिजीत सिंह ने भी मोहल्ला क्लीनिक का ऐसा ही एक विजुअल शेयर किया.
हमने एक-एक कर सोशल मीडिया पर शेयर हो रहे मोहल्ला क्लीनिक के विजुअल्स की पड़ताल की.
पहली फोटो जिसमें मोहल्ला क्लीनिक के बाहर गधा बंधा हुआ दिख रहा है. हमने गूगल पर फोटो को लेकर किए जा रहे दावे से जुड़े कीवर्ड (मोहल्ला क्लीनिक के बाहर गधे) लिखकर सर्च किए. दैनिक जागरण की 19 जून, 2018 की रिपोर्ट में हमें यही फोटो मिली. मतलब साफ है कि फोटो कोरोना काल की नहीं है.
दैनिक जागरण की रिपोर्ट के मुताबिक, केजरीवाल सरकार में मंत्री गोपाल राय के विधानसभा क्षेत्र कर्दमपुरी मोहल्ला क्लीनिक बनने का काम समय पर नहीं हुआ. नतीजतन जहां इंसान का इलाज होना चाहिए था, वहां घोड़े व गधे आराम फरमाते हैं. रात के समय आसपास के इलाकों से भी गधों को लाकर क्लीनिक में बांध दिया जाता है.
क्विंट के लोगो के साथ वायरल हो रही ये फोटो असल में द क्विंट की साल 2018 की ग्राउंड रिपोर्ट से ली गई है.
क्विंट की 25 जून, 2018 की इस रिपोर्ट में मोहल्ला क्लीनिक की दुर्दशा के बारे में बताया गया है. ये विजुअल बाबरपुर के कबीर नगर स्थित मोहल्ला क्लीनिक का है, जिसकी हालत उस वक्त काफी खराब थी जब क्विंट ने ये ग्राउंड रिपोर्ट की. बीजेपी नेताओं ने इसी रिपोर्ट के विजुअल को हाल का बताकर शेयर कर दिया.
फोटो में मोहल्ला क्लीनिक के बाहर कचरे का ढेर देखा जा सकता है. रिवर्स सर्च करने पर साल 2018 के एक फेसबुक पोस्ट में हमें यही फोटो मिली.
ये पुष्टि नहीं हो सकी कि वायरल हो रही ये तीसरी फोटो किस जगह की है और किस वक्त इसे क्लिक किया गया. लेकिन, चूंकि ये फोटो साल 2018 को ही इंटरनेट पर आ चुकी थी इसलिए साफ है कि ये कम से कम 3 साल पुरानी है.
दिल्ली के बाबरपुर की जिस मोहल्ला क्लीनिक में वायरल फोटो में गधा बंधा हुआ दिख रहा है, वह फोटो साल 2018 की है, जब क्लीनिक का संचालन शुरू भी नहीं हुआ था. 2019 में इस क्लीनिक का उद्घाटन हुआ, जिसकी तस्वीरें दिल्ली सरकार में मंत्री गोपाल राय ने भी शेयर की थीं.
दिल्ली में साल 2020 में हुए विधानसभा चुनाव से पहले क्विंट ने एक ग्राउंंड रिपोर्ट की थी. इस दौरान बाबरपुर इलाके के रहवासियों ने क्विंट को बताया कि उन्हें मोहल्ला क्लीनिक से मिल रहे इलाज से काफी राहत मिली है.
साफ है कि बीजेपी नेताओं ने दिल्ली के मोहल्ला क्लिनिक की दुर्दशा बताने के लिए 3 साल पुराने विजुअल्स को हाल का बताकर शेयर किया.
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