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बीजेपी ने हाल ही में ट्विटर पर अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष (IMF) के डेटा पर आधारित एक इंफोग्राफिक शेयर किया, जिसमें दावा किया गया है कि इस वैश्विक संगठन ने 2020 में भारत के लिए सकारात्मक विकास का अनुमान लगाया था.
हालांकि, हमने पाया कि ये इंफोग्राफिक पुराने डेटा के आधार पर बनाया गया है और ये भ्रामक है.
22 अगस्त को बीजेपी के ट्विटर हैंडल से शेयर किए गए इस इंफोग्राफिक ने दावा किया कि COVID-19 महामारी के कारण, दूसरी प्रमुख अर्थव्यवस्थाओं का 2020 में नकारात्मक वृद्धि का अनुमान था, लेकिन IMF के आंकड़ों से पता चला है कि भारत सकारात्मक वृद्धि दर्ज करेगा.
ग्राफिक का टाइटस है: “India’s spectacular economic fightback during COVID-19” यानी “कोविड-19 के दौरान भारत का शानदार आर्थिक संघर्ष.” इस इंफोग्राफि में ये भी कहा गया है कि उन सभी देशों के बीच भारत सबसे ज्यादा जीडीपी वृद्धि दर्ज करेगा.
बीजेपी के कई दूसरे ट्विटर अकाउंट्स ने इंफोग्राफिक को इसी दावे के साथ शेयर किया.
कई ट्विटर यूजर्स समेत बीजेपी नेता नृत्यानंद राय ने भी इसे शेयर किया.
फेसबुक पर बीजेपी दिल्ली अकाउंट ने इसे शेयर किया, जिसके बाद ये इस प्लेटफॉर्म पर भी वायरल हो गया.
IMF के लेटेस्ट आंकड़ों से पता चलता है कि भारत का 2020 अनुमानित विकास माइनस (-) 4.5 प्रतिशत है, जबकि वैश्विक विकास का अनुमान 2020 में माइनस (-) 4.9 प्रतिशत है, कोरोना महामारी के विनाशकारी प्रभाव के कारण अप्रैल 2020 वर्ल्ड इकनॉमिक आउटलुक (WEO) के 1.9 परसेंटेज प्वॉइंट से कम.
अप्रैल 2020 रिपोर्ट का जून अपडेट कहता है कि “अप्रैल 2020 WEO पूर्वानुमान के समय उपलब्ध आर्थिक आंकड़ों ने COVID-19 महामारी के कारण वैश्विक गतिविधियों में अभूतपूर्व गिरावट का संकेत दिया. उसके बाद से जारी किए गए डेटा कई अर्थव्यवस्थाओं के लिए पहले की तुलना में गहरी मंदी का सुझाव देती है.” रिपोर्ट में ये भी कहा गया है कि “अप्रैल में लॉकडाउन और धीमी रिकवरी के कारण, भारत की अर्थव्यवस्था 4.5 प्रतिशत तक सिकुड़ने का अनुमान है.”
इसलिए, भारत “सबसे तेजी से बढ़ती अर्थव्यवस्था” के रूप में अपनी स्थिति को बरकरार नहीं रखेगा, क्योंकि इसके सिकुड़ने का अनुमान है. चीन को 2020 में 1 प्रतिशत बढ़ने का अनुमान है.
इससे साफ होता है कि बीजेपी का 22 अगस्त को ट्विटर पर शेयर किया गए इंफोग्राफिक का आधार IMF का अप्रैल 2020 में रिलीज डेटा था और इसमें जून में पब्लिश हुए अपडेट को नजरअंदाज किया गया था.
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