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सोशल मीडिया पर एक वीडियो वायरल हो रहा है, जिसमें एक शख्स अपना घर टूटने से बचाने के लिए बुलडोजर (Bulldozer) के सामने लेटता नजर आ रहा है.
वीडियो में शख्स को एक महिला से बहस करते हुए और अपने निर्माण को वैध बताने वाले कोर्ट के ऑर्डर को दिखाते हुए भी देखा जा सकता है.
क्या है दावा?: दावा किया जा रहा है कि ये घटना उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh) में कथित तौर पर 'बुलडोजर' राज को उजागर करती है. जहां कोर्ट के ऑर्डर की अनदेखी करते हुए एक आम आदमी की दुकान गिराने का प्रयास किया गया.
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असल में ये वीडियो है कहां का?: बृहन्मुंबई म्युनिसिपल कॉर्पोरेशन (BMC) के मुताबिक, ये वीडियो मुंबई में सांताक्रूज वेस्ट का है.
हमने सच का पता कैसे लगाया?: वीडियो के कुछ कीफ्रेम पर रिवर्स इमेज सर्च करने पर, हमें Aaj Tak Bangla का एक आर्टिकल मिला. आर्टिकल के मुताबिक, ये वीडियो मुंबई का है.
31 मार्च को पब्लिश इस आर्टिकल में उसी वीडियो का इस्तेमाल किया गया था, जो वायरल हो रहा है.
आर्टिकल में बताया गया था कि BMC की एक अधिकारी बुलडोजर लेकर अवैध निर्माण गिराने पहुंची थी. हालांकि, एक बुजुर्ग उस निर्माण की वैधता के बारे में कोर्ट का ऑर्डर दिखाकर उसे गिराए जाने से रोकर रहा था.
रिपोर्ट में वीडियो में दिख रहे बुजुर्ग की पहचान हाजी रफत हुसैन के तौर पर की गई है.
हमें तेलंगाना की न्यूज वेबसाइट Siasat Daily का एक और आर्टिकल मिला, जिसमें वायरल वीडियो के स्क्रीनशॉट इस्तेमाल किए गए थे.
रिपोर्ट के मुताबिक हुसैन AIMIM के पूर्व सदस्य हैं.
हमने ध्यान से देखने पर पाया कि बुलडोजर में 'Brihanmumbai Municipal Corporation' लिखा दिख रहा है.
BMC की प्रतिक्रिया: BMC के ऑफिशियल ट्विटर हैंडल से 30 मार्च को इस वीडियो का जवाब दिया गया था.
हमने BMC के अधिकारी से भी संपर्क किया, जिन्होंने हमें बताया कि BMC की ओर से 20 मार्च को सांताक्रूज (वेस्ट) में केडी मार्ग और सांताक्रूज स्टेशन के पास सेकेंड गौठान लेन में 6 अवैध स्टॉलों को तोड़ने का आदेश दिया गया था.
निष्कर्ष: बुलडोजर रोकने की कोशिश में अधिकारी से बहस कर रहे शख्स का वीडियो उत्तर प्रदेश का नहीं, बल्कि मुंबई का है.
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