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क्या कोरोना वायरस को एक अमेरिकी प्रोफेसर ने बनाया? ये है सच्चाई

USA के प्रोफेसर ने चीन को COVID-19 बेचा? सच जानिए  

अस्मिता नंदी
वेबकूफ
Published:
USA के प्रोफेसर ने चीन को COVID-19 बेचा? सच जानिए  
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USA के प्रोफेसर ने चीन को COVID-19 बेचा? सच जानिए  
(फोटो: क्विंट हिंदी)

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क्या आपको भी वो फॉरवर्ड मैसेज मिला है, जिसमें दावा है कि अमेरिका के एक प्रोफेसर ने चीन को कोरोनावायरस बेचा था, और अब उसे गिरफ्तार कर लिया गया है और क्या आपको भी लगा कि ये सच है? अगर हां तो आप भी कइयों की तरह वेबकूफ बने हैं

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एक फॉरवर्ड मैसेज जिसके साथ वीडियो भी है, उसे जमकर शेयर किया जा रहा है. इसके जरिए ये बात फैलाई जा रही है कि चीन ने कोरोना वायरस को एक जैविक हथियार के तौर पर बनाया...इसमें आगे बताया गया है कि FBI ने एक अमेरिकी प्रोफेसर को इस मामले में गिरफ्तार किया है. इससे ऐसा लगने लगता है कि ये कहानी सही होगी.

क्या ये सच है?

क्या सचमुच कोरोना वायरस एक जैविक हथियार है जिसे एक अमेरिकी प्रोफेसर ने बनाया और फिर चीन को बेच दिया. एक मैसेज के साथ ABC नेटवर्क से जुड़े एक टीवी स्टेशन WCVB-TV के बुलेटिन का वीडियो है. क्विंट वेबकूफ हैल्पलाइन नंबर पर कई लोगों ने पूछा कि क्या ये मैसेज सही है? और हमने ये पता लगाया.

पहले तो ये बता हूं कि बुलेटिन से लिए गए वीडियो से कोई छेड़छाड़ नहीं की गई है. लेकिन इसके साथ जो मैसेज फॉरवर्ड किया जा रहा है वो झूठा है और इस वीडियो से उसका कोई संबंध नहीं है.

बुलेटिन में प्रोफेसर की गिरफ्तारी की बात है, लेकिन किसी दूसरी वजह से जिस प्रोफेसर का यहां जिक्र हो रहा है वो डॉ. चार्ल्स लीबर हैं, जो हार्वर्ड यूनिवर्सिटी में केमिस्ट्री और बायोलॉजी डिपार्टमेंट के हेड हैं.

उन्हें 2020 की जनवरी में गिरफ्तार किया गया था लेकिन इसलिए नहीं कि उन्होंने कोरोना वायरस बनाकर चीन को बेचा..बल्कि इसलिए क्योंकि उन्होंने अमेरिकी अधिकारियों से चीन सरकार के एक प्रोग्राम के बारे में झूठ कहा था, जो साइंटिफिक टैलेंट की भर्ती करने के लिए बना था.

हमने फ्रॉड के इस केस के बारे में कई पब्लिकेशंस में पढ़ा लेकिन किसी में भी कोविड 19 का जिक्र नही हैं, यहां तक कि WCVB-TV की वेबसाइट पर छपे आर्टिकल में इन तमाम पब्लिकेशंस जैसी ही बात लिखी है...और इस वायरल मैसेज जैसा कुछ नहीं लिखा.

हमें अमेरिका के जस्टिस डिपार्टमेंट का एक बयान भी मिला, जिसमें बताया गया है कि डॉ. लीबर को झूठा, मनगढंत और फर्जी बयान देने के लिए गिरफ्तार किया गया है. इसमें उनके चीन से संबंधों और फ्रॉड का भी जिक्र है.

एक ऐसे मैसेज जिसका बुलेटिन के वीडियो से कोई संबंध नहीं, उसे शेयर कर बताया जा रहा है कि चार्ल्स लीबर को कोरोना वायरस बनाने और उसे चीन को बेचने के आरोप में गिरफ्तार किया गया है.

तो अगली बार आपको कोई ऐसा मैसेज मिले तो हमें webqoof@thequint.com पर भेजिए और हम आपके लिए सच्चाई का पता लगाएंगे. अपना ध्यान रखें, सेफ रहें.

(क्विंट हिन्दी, हर मुद्दे पर बनता आपकी आवाज, करता है सवाल. आज ही मेंबर बनें और हमारी पत्रकारिता को आकार देने में सक्रिय भूमिका निभाएं.)

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