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सोशल मीडिया पर ग्रेजुएट एप्टीट्यूड टेस्ट (गेट) को लेकर एक मैसेज वायरल हो रहा है. मैसेज के जरिए दावा किया जा रहा है कि इंजीनियरिंग की डिग्री पाने के लिए 2019-2020 सेशन से गेट एग्जाम पास करना जरूरी हो जाएगा. आखिर कितनी सच्चाई है वायरल होते इस मैसेज में?
दरअसल, 4 नवंबर को न्यू इंडियन एक्सप्रेस में एक रिपोर्ट छपी थी. उस रिपोर्ट में दावा किया गया कि इंजीनियरिंग एग्जाम पास करने के लिए गेट एग्जाम को पास करना जरूरी हो सकता है. इसके बाद सोशल माडिया पर ये मैसेज तेजी से फैलने लगा.
गेट एग्जाम को लेकर इस तरह की खबर छपने के बाद लोगों में खबर से जुड़ी सच्चाई जानने की उत्सुकता बढ़ गई. लोग ट्वीट के जरिए संबंधित विभाग से सवाल पूछने लगे.
मिनिस्ट्री ऑफ एचआरडी के सेक्रेटरी ने ट्वीट कर न्यू इंडियन एक्सप्रेस में छपी खबर का खंडन किया. उन्होंने कहा कि इंजीनियरिंग के लिए गेट एग्जाम पास करना जरूरी नहीं है. अखबार में खबर गलत छपी है.
एआईसीटीई का हवाला देते हुए खबर में दावा किया गया कि जो भी छात्र 2019-2020 साल में इंजीनियरिंग की परीक्षा पास कर रहे हैं, उनके लिए गेट पास करना जरूरी है. साथ ही यह भी दावा किया गया कि नेट एग्जाम पास करने पर ही छात्रों को डिग्री दी जाएगी. यह कदम बेरोजगार स्नातकों की भीड़ रोकने और तकनीकी संस्थानों की गुणवत्ता को बढ़ाने के लिए उठाया गया है.
इस खबर के बाद AICTE ने बाकायदा प्रेस रिलीज जारी कर खबर का खंडन किया. AICTE ने कहा कि इस तरह की खबर झूठी है, संस्थान की तरफ से इस तरह के कोई कदम नहीं उठाए गए हैं.
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