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इन दिनों सोशल मीडिया पर एक वीडियो तेजी से वायरल हो रहा है. वायरल वीडियो में दावा है कि मध्य प्रदेश में एक हिंदू लड़की को महज चर्च की प्रार्थना में जाने पर भीड़ ने जिंदा जला दिया. इस वीडियो में कुछ लोग बीच सड़क पर किसी को जलाते हुए दिख रहे हैं.
एक यूजर के ट्विटर पर इस वीडियो को पोस्ट करने के महज 24 घंटे के अंदर 4 हजार से ज्यादा लोगों ने इसे रीट्वीट किया है.
वायरल वीडियो में लड़की को जिंदा जलाने का दावा झूठ है. इस वीडियो को एडिट करके लड़की को जलता हुआ दिखाया जा रहा है. इसका ओरिजनल वीडियो अल-जजीरा ने पब्लिश किया था, जिसमें कुछ लोग एक लड़की को जलाने से पहले मार रहे थे.
सीएनएन के मुताबिक, यह वीडियो साल 2015 का है. एक कैब ड्राइवर की हत्या के मामले में ग्वाटेमाला में भीड़ ने एक 16 साल की लड़की को पीटने के बाद आग के हवाले कर दिया था.
इस वीडियो को एडिट करके सोशल मीडिया पर शेयर कर दिया गया है. अब इंटरनेट पर लोग तमाशबीन भीड़ को कोस रहे हैं कि जब इतने लोग खड़े थे, तो किसी ने लड़की को क्यों नहीं बचाया. कुछ लोग ये भी कह रहे हैं कि ये वीडियो फेक है.
यह कोई पहली घटना नहीं है, जब इस तरह की हिंसा के वीडियो को गलत तरीके से वायरल किया गया हो. इससे पहले मार्च, 2017 में भी सोशल मीडिया में गलत तरीके से एक वीडियो वायरल किया था. इसमें दावा था कि एक हिंदू मराठी लड़की ने आंध्र प्रदेश के एक मुस्लिम लड़के से शादी की, तो हिंदू लड़की के बुर्का न पहनने पर भीड़ ने उसे जिंदा जला दिया.
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