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स्क्रिप्ट और एडिटोरियल इनपुट: कृतिका गोयल, अभिलाष मलिक
वीडियो एडिटर: प्रशांत चौहान
आप कितनी बार ऐसे दावों पर यकीन कर लेते हैं जब उस दावे को सही साबित करने के लिए आपको तस्वीर दिखाई जाती है? पर क्या हो जब आपको पता चले कि तस्वीर का इस्तेमाल आपको भ्रमित करने के लिए किया जा सकता है?
लेकिन, इससे पहले की आपको हम ये बताएं कि ऑनलाइन तस्वीरों का सच कैसे पता लगाएं, ये जान लीजिए कि किसी भी चीज पर भरोसा करने से पहले किन बातों का ध्यान रखना है.
सबसे पहले, वेरिफाई कीजिए : हम सभी अपने नेशनल एंथम का सम्मान करते हैं.. लेकिन, जब आपके पास ऐसा कोई मैसेज आए जिसमें कहा गया हो कि UNESCO ने इंडिया के नेशनल एंथम को दुनिया का बेस्ट नेशनल एंथम बनाया है, सबसे पहले चेक कीजिए कि ये सही है या गलत. हर साल ये मैसेज आता है.. और काफी दुखद है, कि ये सच नहीं है.
भावनाएं : हम किसी बात पर यकीन कर रहे हैं या नहीं, इसमें हमारे इमोशंस यानी हमारी भावनाओं का काफी बड़ा रोल होता है. इसलिए, अगर कोई चीज आपको ज्यादा दुखी कर रही है, ज्यादा गुस्सा दिला रही है या ज्यादा खुश कर रही है, तो उसे वेरिफाई करना बहुत जरूरी है. हम ये नहीं कह रहे कि ऐसी हर चीज फेक होगी, लेकिन कुछ हो सकती हैं.
हमारा निजी रुझान : हमारे बायस या हमारे पर्सनल रुझान का भी इसमें काफी बड़ा रोल होता है. जैसे कि अगर मुझे लगता है कि पार्टी 'A' ने उत्तरप्रदेश में काफी अच्छा काम किया है, और सोशल मीडिया भी मुझे यही कहता है, तो हो सकता है मैं उसपर जल्दी से यकीन कर लूं. लेकिन, समझदारी डेटा और विश्वसनीय (Trusted) सोर्सेस पर यकीन करने में है.
स्टेप 1 - इनविड एक्सटेंशन जोड़ें
गूगल क्रोम वेबस्टोर में जाकर अपने ब्राउजर में इनविड एक्सटेंशन को जोड़ें.
स्टेप 2 : रिवर्स इमेज सर्च
अब उस फोटो पर जाइए जिसका सच आप पता लगाना चाहते हैं. फोटो पर राइट क्लिक कीजिए, इसके बाद इनविड टूल के कई विकल्प आपके सामने आएंगे.
अब 'Image Reverse Search – Google' पर जब आप क्लिक करेंगे तो, गूगल इससे मिलती - जुलती तस्वीरें खोजकर आपको दिखाएगा.
गूगल पर 'Ratul Dhar' सर्च करने से हमें यही फोटो उनकी वेबसाइट पर मिली, यहां फोटो का कैप्शन था 'Iztema'.
अब हमने दोबारा रिवर्स इमेज सर्च किया, लेकिन इस बार 'Iztema' कीवर्ड भी हमने सर्च किया. हमें फोटो स्टॉक वेबसाइट Alamy पर इस फोटो से जुड़ी सारी जानकारी मिली..
इस तरह आप आसानी से ऑनलाइन तस्वीर का सच पता लगा सकते हैं.
(ये 'वेरिफाइ किया क्या?' सीरीज का पहला वीडियो है, जो फैक्ट चेकिंग की प्रोसेस को आसानी से समझाने के लिए शुरू की गई है. अगले वीडियो में हम आपको ये बताएंगे कि कैसे हमारी भावनाओं की वजह से हम गलत जानकारी के प्रति भी संवेदनशील हो जाते हैं. तब तक हमारे साथ बने रहिए )
(अगर आपके पास ऐसी कोई जानकारी आती है, जिसके सच होने पर आपको शक है, तो पड़ताल के लिए हमारे वॉट्सऐप नंबर 9643651818 या मेल आईडी WEBQOOF@THEQUINT.COM पर भेजें. सच हम आपको बताएंगे. हमारी बाकी फैक्ट चेक स्टोरीज आप यहां पढ़ सकते हैं )
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