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नूपुर शर्मा (Nupur Sharma) की पैगंबर मोहम्मद (Prophet Muhammad) पर आपत्तिजनक टिप्पणी से जुड़े विवाद के बीच एक मूवी पोस्टर सोशल मीडिया पर शेयर किया जा रहा है. पोस्टर में फिल्म का टाइटल 'Muhammed' लिखा दिख रहा है और एक शख्स एक बच्चे के ऊपर से सजदा करता हुआ दिख रहा है. दावा किया जा रहा है कि ये पोस्टर दिखाता है कि ये फिल्म पैगंबर मोहम्मद के जीवन पर आधारित है.
कुछ यूजर्स ने नूपुर शर्मा का समर्थन करते हुए इस फोटो को शेयर किया है और लिखा है कि पैगंबर ने अपने उम्र से बहुत छोटी आयशा से शादी की थी.
हालांकि, हमने पाया कि वायरल फोटो एडिटेड है. ओरिजिनल पोस्टर में ब्रह्मंड दिखाया गया है. इसके अलावा, दूसरी फोटो जिसे इस पोस्टर के साथ जोड़ा गया है वो 2019 की एक तस्वीर है. जिसे उमर शेकू नाम के एक फोटोग्राफर ने खींचा था. फोटो मिस्र के काहिरा में मौजूद अल-तौहीद मस्जिद में ईद की नमाज दिखाती है.
फोटो शेयर दावे में लिखा जा रहा है, "जब ट्रेलर ऐसा है तो फिल्म कैसी होगी?"
हमने सबसे पहले डायरेक्टर माजिद मजीदी की फिल्म 'Muhammed' का ऑफिशियल पोस्टर सर्च किया. ये फिल्म 2015 में रिलीज हुई थी और इसे 2017 में दुनियाभर में रिलीज किया गया था.
हमें IMDB पर फिल्म का ओरिजिनल पोस्टर मिला. IMDB एंटरटेनमेंट से संबंधित सभी चीजों जैसे कि रेटिंग, समीक्षा, कास्ट, क्रू और पोस्टर रखने वाली वेबसाइट है.
हमने पाया कि पोस्टर वायरल हो रही फोटो से पूरी तरह से अलग है.
इसके बाद, हमने न्यूज रिपोर्ट्स सर्च कीं और पाया कि 2015 में फिल्म की रिलीज को लेकर विरोध किए गए थे. भारत में, फिल्म में पैगंबर के चित्रण को लेकर ईरानी डायरेक्टर मजीदी और ऑस्कर विजेता भारतीय म्यूजिक कंपोजर एआर रहमान के खिलाफ फतवा जारी किया गया था.
हमने फोटो में दिख रहे शख्स और बच्चे की फोटो क्रॉप कर उस पर रिवर्स इमेज सर्च किया. हमें 2019 का एक ट्वीट (आर्काइव) मिला, जिसमें शख्स और बच्चा दिख रहा है.
फोटो को एक बार और रिवर्स इमेज सर्च करने पर, हमें 5 जून 2019 को किया गया उमर शेकू नाम के एक यूजर का इंस्टाग्राम पोस्ट मिला. यूजर के बायो के मुताबिक, वो एक फ्रीलांस फोटोग्राफर हैं.
फोटो का कैप्शन जो कि अरबी में था उसा हिंदी अनुवाद इस प्रकार है- 'मटरिया में अल-तौहीद मस्जिद में ईद की नमाज'. हमने गूगल पर मस्जिद के बारे में चेक किया. ये मस्जिद मिस्र के काहिरा में है.
फोटोग्राफर ने ईद की नमाज की और भी तस्वीरें पोस्ट की थीं. एक और फोटो में बच्चा उसी शख्स की गोद में बैठा कैमरे की तरफ देखता नजर आ रहा है.
ये फोटो 9 जून 2019 को पोस्ट की गई थी. कैप्शन में लिखा गया था 'मटरिया में अल-तौहीद मस्जिद में ईद की नमाज'
मतलब साफ है कि फोटोशॉप का इस्तेमाल कर बनाई गई फोटो को इस झूठे दावे से शेयर किया जा रहा है कि ये नई फिल्म का पोस्टर है.
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