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सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर आर्मी की वर्दी में जमीन पर आंखें बंद करके लेटे हुए एक व्यक्ति की तस्वीर शेयर की जा रही है.
यूजर्स क्या कह रहे हैं?: इसे शेयर करने वालों ने दावा किया है कि यह इजरायल सुरक्षा बल (IDF) के "सबसे घातक स्नाइपर शफास लेवियर" को हमास के लड़ाकों ने मार डाला है.
क्या ये सच है?: नहीं, यह दावा गलत है.
फोटों से छेड़छाड़ कर ये भ्रम फैलाया जा रहा है. असली तस्वीर अक्टूबर 2023 की है. इसमें गाजा पट्टी से हमास के बड़े पैमाने पर हुई घुसपैठ के बाद IDF सैनिकों को किबुत्ज बीरी में जमीन पर आराम करते दिख रहे हैं. .
हमने सच का पता कैसे लगाया ?: सबसे पहले हमने वायरल तस्वीर को गूगल पर रिवर्स इमेज सर्च किया. इसके बाद हमें 17 अक्टूबर 2023 की वाशिंगटन पोस्ट की एक फोटो स्टोरी मिली, जिसमें वायरल फोटो से मिलती-जुलती एक तस्वीर है.
पोस्ट की इस तस्वीर में आसपास के बाकी लोगों और चीजों को देखकर यह साबित होता है कि वायरल फोटो को क्रॉप कर दिया गया है.
वॉशिंगटन पोस्ट ने इस तस्वीर का क्रेडिट रॉयटर्स को दिया था. हमने रॉयटर्स की तस्वीरों पर इससे मिलते-जुलते कीवर्ड ढूंढे. जिसके बाद हमें 13 अक्टूबर 2023 को फोटोग्राफर अमीर कोहेन द्वारा ली गई असल तस्वीर मिली.
नीचे रॉयटर्स की फोटो और वायरल फोटो के बीच समानताएं देखी जा सकती है.
रॉयटर्स ने लिखा था कि फोटो में "दक्षिणी इजरायल में, गाजा पट्टी से हमास के बंदूकधारियों द्वारा बड़े पैमाने पर घुसपैठ के बाद थके हुए इजरायली सैनिक किबुत्ज बीरी में घास के ढेर पर आराम करते हुए."
इसके अलावा हमने IDF के कमांडर शफास लेवियर की भी जानकारी ढूंढी, जिन्हें कथित तौर पर हमास के लड़कों ने मार डाला था. लेकिन आईडीएफ की मृत सैनिकों की लिस्ट में ऐसे नाम का कोई रिकॉर्ड नहीं मिला.
हमने 7 अक्टूबर 2023 को द टाइम्स ऑफ इजरायल द्वारा हमास के खिलाफ लड़ाई में मारे गए सैनिकों की एक डिटेल्ड लिस्ट की भी जांच की. इसमें शफ़ास लेवियर के नाम का कोई भी जिक्र नहीं है.
निष्कर्ष: वायरल दावा गलत है. आराम कर रहे IDF सैनिकों की तस्वीर से काट-छांट की गई. तस्वीर को गलत दावे के साथ शेयर किया जा रहा है कि हमास बलों ने एक घातक स्नाइपर को मार डाला.
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