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सोशल मीडिया पर कई यूजर ये दावा कर रहे हैं कि वायरल हो रहे फिलिस्तीन (Palestine) के वीडियो में एक शख्स के हाथ में बच्चे की लाश नहीं बल्कि एक डॉल है.
यूजर्स ने क्या कहा ? : फ्रांस में स्थित इजरायली (Israel) दूतावास के ऑफिशियल X (पूर्व में ट्विटर) अकाउंट से पोस्ट किए गए वीडियो के कैप्शन का हिंदी अनुवाद कुछ यूं होगा "हमास ने गलती से एक गुड़िया (हां, एक गुड़िया) का वीडियो पब्लिश कर दिया, जिसका उद्देश्य लोगों को ये यकीन दिलाना था कि इजरायली हमलों के बाद एक बच्चे की मौत हो गई."
(नोट: वीडियो विचलित करने वाला हो सकता है, इसलिए हमने इस स्टोरी में वीडियो से जुड़ा कोई लिंक शेयर नहीं किया है.)
क्या ये सच है ? : हमें ऐसा कोई सबूत नहीं मिला, जिससे पुष्टि होती हो कि वीडियो में बच्चा नहीं डॉल है.
द क्विंट ने गाजा के वीडियोग्राफर Moamen Al-Halabi से संपर्क किया, उन्होंने पुष्टि की कि गाजा के अल-शिफा हॉस्पिटल का ये वीडियो उन्होंने ही शूट किया था.
वीडियोग्राफर ने ये भी बताया कि वीडियो में दिख रहे बच्चे का नाम Omar Al-Banna है, जिसकी उम्र लगभग साढ़े चार साल है.
हमने ये सच कैसे पता लगाया ? : वीडियो के लंबे वर्जन से की-फ्रेम निकालकर हमने गूगल लेंस की मदद से सर्च किया. इससे हम इंस्टाग्राम हैंडल 'momen.h1' पर 12 अक्टूबर को अपलोड किए गए वीडियो तक पहुंचे.
द क्विंट ने इस यूजर से संपर्क किया तो उसने अपना नाम Moamen Al-Halabi बताया. और पुष्टि की कि उसने ही ये वीडियो 12 अक्टूबर को रिकॉर्ड किया था.
Moamen ने कहा कि बच्चा साढ़े चार साल का था और उसका नाम Omar Al-Banna था. ये बच्चा गाजा के अल जायतौन के पास रहता था.
हमारे आग्रह पर फोटोग्राफर ने मृतक बच्चे की कई और तस्वीरें भी भेजीं. हालांकि, हम उन्हें इस स्टोरी में पब्लिश नहीं कर सकते क्योंकि वह दृश्य विचलित करने वाले हैं.
और भी कई सबूत हैं : कुछ कीवर्ड सर्च करने से हमें स्टॉक इमेज वेबसाइट Getty Images पर भी एक फोटो मिली, जिसमें वायरल वीडियो में दिख रहा शख्स एक मृतक बच्चे को हाथ में थामे दिख रहा है.
फोटो जिस कैप्शन के साथ अपलोड की गई है उसका हिंदी अनुवाद कुछ यूं होगा ''12 अक्टूबर, 2023 को गाजा शहर में लगातार छठे दिन इजरायल और हमास के बीच भीषण युद्ध जारी होने के चलते हवाई हमलों से प्रभावित एक इमारत में मारे गए पीड़ितों के अंतिम संस्कार के दौरान एक फिलिस्तीनी व्यक्ति ने कफन में लिपटे एक बच्चे को पकड़ रखा है. "
वायरल वीडियो और गेटी इमेजेस की फोटो की तुलना करने पर साफ हो रहा है कि दोनों ही विजुअल में बच्चे की लाश को हाथ में रखे दिख रहा शख्स एक ही है.
दोनों तस्वीरें मोहम्मद आबेद नाम के शख्स ने ली हैं. इस शख्स ने न्यूज एजेंसी एसोसिएट फ्रांस प्रेस (AFP) से पुष्टि भी की है कि फोटो में उस व्यक्ति को एक गुड़िया नहीं बल्कि एक बच्चे की लाश पकड़े हुए देखा गया था.
निष्कर्ष : सोशल मीडिया पर किया जा रहा ये दावा सच नहीं है कि हमास ने मृत बच्चे का जो वीडियो शेयर किया, उसमें असल में बच्चा नहीं एक डॉल है.
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