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बीजेपी नेता कपिल मिश्रा (Kapil Mishra) ने न्यूयॉर्क टाइम्स की क्लिप ट्वीट कर दिल्ली सरकार पर आरोप लगाया. आरोप था कि दिल्ली सरकार ने मयूर विहार के प्राइवेट स्कूल की तस्वीरों को विदेशी मीडिया में दिल्ली के सरकारी स्कूल का बताकर छपवाया. हालांकि, क्विंट की पड़ताल में सामने आया कि ये दावा सच नहीं है.
न्यूयॉर्क टाइम्स में छपी तस्वीर में जो छात्रा बोलती दिख रही है उसकी यूनिफॉर्म में सर्वोदय विद्यालय लिखा देखा जा सकता है. वहीं कपिल मिश्रा जिस प्राइवेट स्कूल मदर मेरी का जिक्र कर रहे हैं वो असल में एक गर्ल्स स्कूल है.
न्यूयॉर्क टाइम्स के एक्सटरनल कम्यूनिकेशन डायरेक्टर चार्ली स्टैडलैंडर ने भी क्विंट से पुष्टि की है कि अखबार में छपी फोटो दिल्ली के ककरौला में स्थित सर्वोदय विद्यालय में 5 जुलाई को क्लिक की गई थी.
कपिल मिश्रा ने तस्वीरों को ट्वीट कर लिखा न्यू यॉर्क टाइम्स और ख़लीज़ टाइम्स में पैसे देकर ख़बर तो छपवा ली , पर झूठ और चोरी की आदत नहीं गयी ये फ़ोटो दिल्ली के सरकारी स्कूल की नहीं बल्कि मयूर विहार के मदर मैरी स्कूल के बच्चों की हैं केजरीवाल और सिसोदिया देश में भी झूठ बेच रहे हैं और विदेश में भी
कपिल मिश्रा के अलावा बीजेपी नेता प्रवेश साहिब सिंह और जननायक पार्टी के राष्ट्रीय प्रवक्ता वीरेंद्र संधू ने भी यही दावा किया. कई अन्य यूजर्स ने वीडियो को इसी दावे से शेयर किया. अर्काइव यहां और यहां देखें.
कपिल मिश्रा ने ट्वीट में आरोप लगाया है कि दिल्ली के सरकारी स्कूलों की बताकर मयूर विहार के मदर मेरी स्कूल की तस्वीर शेयर की. हमने मयूर विहार स्थित मदर मेरी स्कूल की ऑफिशियल वेबसाइट चेक की. जहां दिए गए स्कूल के बायो से पता चलता है कि ये गर्ल्स स्कूल है. जबकि न्यूयॉर्क टाइम्स और खलीज टाइम्स में छपी तस्वीरों में छात्र और छात्राएं दोनों हैं, इससे साफ होता है कि ये तस्वीरें मदर मेरी स्कूल की तो नहीं हैं.
मदर मेरी स्कूल की फोटो गैलरी भी हमने देखी, यहां देखा जा सकता है कि कोई भी छात्र नहीं है सिर्फ छात्राएं हैं. इसके उलट न्यूयॉर्क टाइम्स में जो तस्वीर छपी है उसमें छात्राओं के साथ छात्र भी हैं.
कपिल मिश्रा ने न्यूयॉर्क टाइम्स की जिस रिपोर्ट का फोटो शेयर किया, वही रिपोर्ट हमें न्यूयॉर्क टाइम्स की ऑफिशियल वेबसाइट पर मिली. यहां स्टूडेंट्स की फोटो के साथ दिए कैप्शन में लिखा है कि फोटो दिल्ली के सर्वोदय स्कूल की है. फोटो में दिख रही यूनिफार्म को जूम करने पर सर्वोदय का लोगो भी देखा जा सकता है.
न्यूयॉर्क टाइम्स में छपी तस्वीर को हमने उस फोटो से मिलाया, जो कपिल मिश्रा ने मदर टेरेसा स्कूल की बताकर शेयर की. दोनों तस्वीरों में बच्चों की यूनिफॉर्म में साफ अंतर देखा जा सकता है. दोनों स्कूल की यूनिफॉर्म में कॉलर का रंग अलग है, आस्तीन का रंग अलग है और जाहिर तौर पर यूनिफॉर्म में लगा लोगो भी अलग है.
हमने न्यूयॉर्क टाइम्स के एक्सटरनल कम्यूनिकेशन डायरेक्टर चार्ली स्टैडलैंडर से संपर्क किया. उन्होंने द क्विंट को बताया कि तस्वीर दिल्ली के ककरौला स्थित सर्वोदय विद्यालय में ली गई थी. आगे स्टैडलैंडर ने कहा ''अखबार आधिकारिक तौर पर फोटोग्राफ के साथ दी गई लोकेशन और कैप्शन से जुड़ी जानकारी पर पूरी तरह से कायम है''
साफ है कि कपिल मिश्रा का ये आरोप सही नहीं है कि न्यूयॉर्क टाइम्स ने दिल्ली सरकार के स्कूल का बताकर प्राइवेट स्कूल की तस्वीर छापी.
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