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सोशल मीडिया पर एक वीडियो वायरल है, जिसमें लोगों को इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीन (EVM) तोड़ते और कार की नंबर प्लेट निकालकर उसे तोड़ते देखा जा सकता है.
क्या है दावा?: वीडियो शेयर कर दावा किया जा रहा है कि कर्नाटक (Karnataka) में भारतीय जनता पार्टी (BJP) के एक नेता की कार में ईवीएम मिलने पर स्थानीय लोगों ने कार पर हमला कर मशीनों को तोड़ दिया.
कर्नाटक में 10 मई को चुनाव हुए हैं जिसके परिणाम 13 मई को आना है, ऐसे में ये वीडियो कर्नाटक चुनाव से जोड़कर शेयर किया जा रहा है.
किसने शेयर किया है वीडियो?: गुजरात कांग्रेस के अनुसूचित जाति विभाग के अध्यक्ष हितेंद्र पिथाड़िया सहित कई दूसरे सोशल मीडिया यूजर्स ने वीडियो को इसी दावे से शेयर किया है.
सच क्या है?: वायरल दावा भ्रामक है.
वीडियो कर्नाटक के विजयपुरा जिले का है. जिले के मसाबिनल गांव में चुनाव अधिकारियों में की कार में रखे अतिरिक्त ईवीएम स्थानीय लोगों ने तोड़े दिए थे.
क्विंट से बातचीत में विजयपुरा के एसपी आनंद कुमार ने कहा, ''लोगों को ऐसा लगा कि वोटिंग खत्म होने से पहले ईवीएम मशीनों को अवैध तरीके से ले जाया जा रहा है, इसलिए उन्होंने इन्हें तोड़ दिया.''
हमने सच का पता कैसे लगाया?: कीवर्ड सर्च करने पर हमें The Hindu और Outlook कि रिपोर्ट्स मिलीं.
रिपोर्ट्स के मुताबिक, वीडियो कर्नाटक के विजयपुरा जिले के मसाबिनल गांव का है.
रिपोर्ट में बताया गया है कि चुनाव अधिकारी एक कार में दो अतिरिक्त ईवीएम ले जा रहे थे. लोगों को लगा कि वोटिंग पूरी होने से पहले ईवीएम ले जाई जा रही हैं. इस वजह से मशीनों और कार के साथ तोड़-फोड़ की गई.
पुलिस का क्या है कहना?: क्विंट ने विजयपुरा एसपी आनंद कुमार ने कहा कि घटना के समय कुछ चुनाव अधिकारी अतिरिक्त ईवीएम लेकर जा रहे थे. उन्होंने ये भी बताया कि इस मामले में 15 लोगों को हिरासत में लिया गया है.
क्विंट ने 10 मई को कर्नाटक के मुख्य निर्वाचन अधिकारी के ऑफिस की ओर से जारी किया गया एक प्रेस नोट भी देखा.
इसमें लिखा है कि दोपहर करीब 12:30 बजे, कुछ चुनाव अधिकारी रिजर्व ईवीएम और वीवीपैट (वोटर वेरिफाइड पेपर-ऑडिट ट्रेल्स) को बसवाना बागेवाड़ी निर्वाचन क्षेत्र के एक स्ट्रॉन्ग रूप से मसाबिनल ले जा रहे थे. तभी करीब "100-150 लोगों उनकी कार को वेंकटेश मंदिर के पास रोक दिया''.
नोट के मुताबिक, मौके पर 24 लोगों को गिरफ्तार कर लिया गया, जिसके बाद मतदान सुचारू रूप से हुआ.
निष्कर्ष: साफ है कि ये दावा गलत है कि कर्नाटक में बीजेपी नेता की कार में मिली ईवीएम मशीनों को लोगों ने तोड़ दिया. असल में लोगों ने चुनाव अधिकारियों की गाड़ी में रखी रिजर्व ईवीएम मशीनों को तोड़ा था.
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