advertisement
सोशल मीडिया पर एक वीडियो वायरल हो रहा है, जिसमें खून से लथपथ एक मृत पुलिसकर्मी का शव सड़क पर पड़ा दिख रहा है. वीडियो शेयर कर ये झूठा दावा किया जा रहा है कि कोलकाता (Kolkata) में दंगाइयों ने पुलिसकर्मी की हत्या कर दी है और मृतक के साथी पुलिसकर्मी को धमकी भी दे रहे हैं. दावे में आगे इस घटना का जिम्मेदार ममता बनर्जी (Mamata Banerjee) सरकार को बताया जा रहा है.
हालांकि, हमने पाया कि वायरल वीडियो के साथ शेयर किया जा रहा दावा सच नहीं है. मृतक की महचान कोलकाता आर्म्ड पुलिस की पांचवी बटालियन के पुलिस कॉन्सटेबल चौडुप लेपचा के तौर पर हुई है.
बता दें कि 10 जून को लेप्चा कोलकाता में बांग्लादेश के डिप्टी हाई कमीशन के बाहर तैनात थे. लेप्चा ने गोलियां चलाईं जिससे एक महिला की मौत हो गई और दो अन्य घायल हो गए. इसके बाद, उसने खुद को सिर पर गोली मार ली और उसकी मौके पर ही मौत हो गई.
इसके अलावा, 10 जून की रिपोर्ट्स के मुताबिक, जहां ये घटना हुई वहां से लगभग एक किमी दूरी पर विरोध प्रदर्शन हो रहा था.
वीडियो शेयर कर कैप्शन में लिखा गया, ''कोलकाता में मुजरिम दंगाइयों ने पुलिस वाले को मार डाला उसके बाद उसके साथी पुलिसकर्मी को भी धमकी दे रहे है , बंगाल जल रहा, TMC ने क्या हालत कर दी बंगाल की ।''
(नोट: वीडियो में परेशान करने वाले विजुअल हैं, इसलिए हमने वीडियो से जुड़ा कोई भी लिंक स्टोरी में इस्तेमाल नहीं किया है.)
ये वीडियो ट्विटर के अलावा, फेसबुक और वॉट्सएप पर भी शेयर किया जा रहा है.
दावे में वीडियो कोलकाता का बताया जा रहा है, इसलिए हमने गूगल पर 'Police Killed in Kolkata' को कीवर्ड की तरह इस्तेमाल कर सर्च किया. हमें Times of India, Indian Express और Hindustan Times जैसी कई मीडिया वेबसाइट पर कोलकाता के पार्क सर्कस इलाके में 10 जून को हुई घटना से जुड़ी रिपोर्ट्स मिलीं.
Indian Expess में घटना के समय मौके पर मौजूद लोगों के हवाले से लिखा गया है कि कॉन्सटेबल बीच सड़क पर चिल्ला रहा था, लेकिन लोगों को ये एक प्रैंक लगा. बाद में, उसने फायरिंग शुरू कर दी.
हमें घटना से जुड़ी NDTV पर पब्लिश एक वीडियो रिपोर्ट भी मिली, जिसमें वायरल वीडियो से मिलते-जुलते विजुअल थे. हालांकि, वीडियो के आपत्तिजनक विजुअल की वजह से इस ब्लर किया गया था.
Hindustan Times की रिपोर्ट में एडिशनल कमिश्नर ऑफ पोलिस प्रवीण कुमार त्रिपाठी को कोट करके लिखा गया है कि घटना का विरोध प्रदर्शनों से कोई संबंध नहीं है और इस मामले की जांच जारी है.
मतलब साफ है कि कोलकाता में पुलिस कॉन्सटेबल की आत्महत्या से जुड़ी घटना का एक वीडियो गलत दावों से शेयर किया जा रहा है.
(अगर आपके पास भी ऐसी कोई जानकारी आती है, जिसके सच होने पर आपको शक है, तो पड़ताल के लिए हमारे वॉट्सऐप नंबर 9643651818 या फिर मेल आइडी webqoof@thequint.com पर भेजें. सच हम आपको बताएंगे. हमारी बाकी फैक्ट चेक स्टोरीज आप यहां पढ़ सकते हैं )
(क्विंट हिन्दी, हर मुद्दे पर बनता आपकी आवाज, करता है सवाल. आज ही मेंबर बनें और हमारी पत्रकारिता को आकार देने में सक्रिय भूमिका निभाएं.)