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भीड़ के बीच लाचार दिख रहा ये तेंदुआ नशे में नहीं, बीमारी से पीड़ित है

दावा है कि तेंदुआ नशे में होने की वजह से अपना मूल स्वभाव भूल गया है, इसलिए इंसानों पर हमला नहीं कर रहा

ऋजुता थेटे
वेबकूफ
Published:
<div class="paragraphs"><p>दावा है कि ये तेंदुआ नशे में है</p></div>
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दावा है कि ये तेंदुआ नशे में है

फोटो : Quint Hindi

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सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे मध्यप्रदेश (Madhya Pradesh) के एक वीडियो में कुछ लोग जंगल में एक तेंदुए (Leopard) को तंग करते दिख रहे है. तेंदुआ तंग किए जाने के बाद भी वीडियो में किसी पर हमला करता नहीं दिख रहा.

क्या है दावा : वीडियो शेयर कर दावा किया जा रहा है कि ये तेंदुआ नशे की हालत में है. दावा है कि नशे के चलते ही वह अपना मूल स्वभाव भूल गया और हमला नहीं कर पा रहा.

पोस्ट का अर्काइव यहां देखें

सोर्स : स्क्रीनशॉट/ट्विटर

यही दावा करते अन्य पोस्ट्स के अर्काइव यहां और यहां देखें.

सच क्या है? : ये दावा सच नहीं है.

  • वीडियो में दिख रहा तेंदुआ बीमार था, नशे में नहीं.

  • वीडियो मध्यप्रदेश के देवास जिले का है और इसमें दिख रहे तेंदुए को रेस्क्यू करने के बाद इंदौर के कमला नेहरू चिड़ियाघर में छोड़ दिया गया था.

  • चिड़ियाघर के प्रमुख ने द क्विंट को बताया कि तेंदुआ चिकित्सकों की देखरेख में है. और उसकी हालत में सुधार लाने की कोशिश की जा रही है.

हमने ये सच कैसे पता लगाया ? : हमें दावे से जुड़े कीवर्ड गूगल पर सर्च करने से The Times of India पर 31 अगस्त को छपी रिपोर्ट मिली.

  • रिपोर्ट में वायरल वीडियो का स्क्रीनशॉट था और बताया गया था कि मध्यप्रदेश के देवास में ग्रामीणों ने एक बीमार तेंदुए को काफी परेशान किया. यही नहीं, उसके साथ सेल्फी लेने की भी लोगों ने कोशिश की.

  • रिपोर्ट में आगे बताया गया है कि ये तेंदुआ 29 अगस्त को इकलेरा गांव में घूमता पाया गया था. तेंदुए को उज्जैन और देवास की वन विभाग की टीमों ने रेस्क्यू कर इंदौर के चिड़ियाघर में ट्रांसफर कर दिया था.

ये रिपोर्ट 31 अगस्त 2022 को पब्लिश हुई थी

सोर्स : स्क्रीनशॉट/TOI

  • न्यूज एजेंसी The Press Trust of India की रिपोर्ट में फॉरेस्ट गाइड का बयान है. इस बयान में अधिकारी ने बताया है कि उज्जैन और इंदौर की टीमें तेंदुए को रेस्क्यू करने के लिए इकलेरा पहुंच रही हैं.

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हमने चिड़ियाघर से भी संपर्क किया : हमने कमला नेहरू चिड़ियाघर से संपर्क किया, वहां से हमें जानकारी मिली कि तेंदुआ कैनाइन डिस्टेंपर नाम की बीमारी से पीड़ित है.

  • कैनाइन डिस्टेंपर एक संक्रामक वायरस के कारण होता है. यह जानवरों के श्वसन तंत्र और नसों के पूरे तंत्र पर असर डालता है.

  • उन्होंने कहा कि वे तेंदुए के तापमान को कम रखने की कोशिश कर रहे हैं, क्योंकि अब केवल निवारक दवा ही एक समाधान बचा है.

हमने स्थानीय पत्रकार से बात की : हमने मध्यप्रदेश के स्थानीय पत्रकार अंतरिक्ष सिंह से बात की, उन्होंने पुष्टि की कि तेंदुआ अब भी इंदौर के चिड़ियाघर में जीवित है.

निष्कर्ष : सोशल मीडिया पर बीमार तेंदुए के साथ बुरा बर्ताव करते ग्रामीणों का वीडियो इस गलत दावे से शेयर किया जा रहा है कि ये तेंदुआ नशे में है.

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