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2024 के लोकसभा चुनाव (Loksabha Elections 2024) से जोड़कर सोशल मीडिया पर कुछ तस्वीरें वायरल हैं. इनमें अलग - अलग आकार की नकली उंगलियां दिख रही हैं.
दावा : तस्वीरों को शेयर कर दावा किया जा रहा है कि पश्चिम बंगाल (West Bengal) में 'वोटिंग में फर्जीवाड़ा' करने के लिए ये नकली उंगलियां तैयार की गई हैं.
पर...? : ये तस्वीरें इंटरनेट पर साल 2013 से हैं और इनका लोकसभा चुनाव की वोटिंग से कोई संबंध नहीं है.
ये तस्वीरें जापान की हैं. ये नकली उंगलियां उन पूर्व गैंगस्टरों के लिए बनाई गई थीं, जिन्होंने अपनी पिछली गतिविधियों में हुई झड़पों में उंगली गंवा दी थी.
हमने ये सच कैसे पता लगाया ?: हमने कोलाज से एक - एक फोटो को अलग से रिवर्स सर्च किया.
सर्च इंजन Yandex पर हमें ABC News की रिपोर्ट मिली, जिसमें बताया गया था कि कैसे पूर्व गैंगस्टरों की मदद के लिए ये कुत्रिम अंग बनाए जा रहे हैं, जिससे कि वो सामान्य जिंदगी में लौट सकें.
इस रिपोर्ट में दिए गए वीडियो में वही विजुअल हैं, जो वायरल तस्वीरों में हैं.
रिपोर्ट में जापान के टोक्यो की रहने वाली शिनतारो हयाशी के बारे में बताया गया है, जो कुत्रिम अंग बनाती हैं. ये सिलिकॉन से बने शरीर के अंग कैंसर और गंभीर चोटों का सामना कर रहे लोगों के काम आते हैं.
आगे बताया गया है कि हयाशी को कुछ ऐसे ग्राहक भी मिले, जो पहले एक गैंग का हिस्सा थे. उन्हें कुत्रिम उंगलियों की जरूरत थी, क्योंकि पहले सजा के तौर पर उनकी उंगलियां काट दी गई थीं.
हमें AFP पर एक वीडियो भी मिला, जिसमें हयाशी के काम के बारे में विस्तार से बताया गया है.
2019 में भी ये विजुअल भ्रामक दावे के साथ शेयर किया गए थे. द क्विंट ने तब भी इन दावों की पड़ताल की थी.
निष्कर्ष : जापान में बने कृत्रिम अंगों का वीडियो भारत के लोकसभा चुनाव से जोड़कर गलत दावे से वायरल है.
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