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सोशल मीडिया पर एक वीडियो वायरल हो रहा है, जिसमें एक पुलिसकर्मी बुर्का पहने हुए एक शख्स को हिरासत में लेता दिख रहा है. वीडियो को 2024 के लोकसभा चुनाव (Loksabha Elections 2024) से जोड़कर शेयर किया जा रहा है.
यूजर्स ने क्या कहा है?: एक X (पूर्व में ट्विटर) प्रीमियम यूजर ने वीडियो को इस कैप्शन के साथ शेयर किया, 'मतदान केंद्र अधिकारियों के लिए बुर्का पहने महिलाओं की जांच करना क्यों जरूरी है, क्योंकि उनमें से कई वास्तव में महिलाएं नहीं हैं'
सच क्या है?: वीडियो कम से कम जून 2023 से इंटरनेट पर है. न तो ये भारत का है, न ही इसका लोकसभा चुनाव से कोई संबंध है. यह घटना पाकिस्तान के लाहौर में हुई थी, जहां बुर्का पहने हुए एक शख्स को पुलिस ने पकड़ा था.
हमने ये कैसे पता लगाया ?: वीडियो के कीफ्रेम को गूगल लेंस की मदद से सर्च करने पर हमें '@MahakAajkal' नाम के X हैंडल से किए गए पोस्ट में हमें इसी वीडियो का बेहतर क्वालिटी वाला वर्जन मिला.
इसे 19 जून 2023 को अपलोड किया गया था और इसके कैप्शन में कहा गया था, "राजधानी शहर पुलिस #pakistan में #Hijab का व्यावसायिक उपयोग.
बैकग्राउंड में दीवार पर 'कैपिटल सिटी पुलिस लाहौर' लिखा दिख रहा है, जिससे हमें अंदाजा मिला कि वीडियो पाकिस्तान का हो सकता है.
पाकिस्तान पुलिस ने क्या कहा ? लाहौर पुलिस के आधिकारिक X हैंडल ने वीडियो शेयर करने वाले एक पोस्ट का जवाब दिया था.
पुलिस ने कहा, "वैसे यह SI कदीर की तरफ से की गई एक वैध गिरफ्तारी थी, लेकिन इसके बाद जो हुआ वह परेशान करने वाला था. क्योंकि पुलिस अधिकारी ने आरोपी की नकली पोशाक को उतारते हुए अश्लील इशारों का सहारा लिया. नतीजतन, हेड कॉन्सटेबल आसिफ को ड्यूटी से निलंबित कर दिया गया है और वो अनुशासनात्मक कार्रवाई का सामना कर रहे हैं.''
निष्कर्ष : बुर्का पहने शख्स को हिरासत में लेते पुलिसकर्मियों के वीडियो का ना तो भारत से कोई संबंध है न ही लोकसभा चुनाव से. ये वीडियो पाकिस्तान का है.
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