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सोशल मीडिया पर 2 लड़कियों का एक वीडियो वायरल है, जिसमें एक हिजाब में है और दूसरी बिना हिजाब के. वीडियो में एक शख्स इन दोनों पर चिल्ला रहा है. वीडियो को शेयर करते हुए "लव जिहाद" (Love Jihad) से जुड़े दावे किए जा रहे हैं.
लव जिहाद : ये दक्षिणपंथी हिंदुत्ववादी समूहों की तरफ से प्रचारित एक कॉन्सपिरेसी थ्योरी है, जिसमें दावा किया जाता है कि मुस्लिम पुरुष हिंदू महिलाओं का इस्लाम में धर्मांतरण कराने के लिए प्रेम या शादी के जाल में फंसाते हैं.
दावा : यूजर्स ने दावा किया कि बुर्के में दिख रही लड़की ने कथित तौर पर हिंदू लड़की का ब्रेनवॉश किया है. दावा है कि उसे हिंदू लड़की को बुर्का पहनने और मुस्लिम समुदाय के लड़के के साथ रिश्ते में रहने के लिए उकसाते हुए पकड़ा गया.
रिपोर्ट लिखे जाने तक इस पोस्ट को 87.8 हजार से ज्यादा बार देखा जा चुका है. यही दावा करते अन्य पोस्ट्स के अर्काइव यहां और यहां देखे जा सकते हैं.
क्या लव जिहाद का कोई एंगल है?: नहीं, दावा गलत है. यह घटना 2021 में कर्नाटक के सोमवरपेट में हुई थी और विवाद तब हुआ था जब दो मुस्लिम लड़कियां अपने दोस्त से अपने बुर्के वापस ले रही थीं.
हमें सच कैसे पता चला?: सबसे पहले, हमने वायरल वीडियो को कई कीफ्रेम में बांटा और फिर उनमें से कुछ को गूगल पर रिवर्स सर्च किया.
हमें एक X यूजर @abdulsadiq949 का 19 नवंबर 2021 शेयर किया गया ऐसा ही वीडियो मिला.
वीडियो को जिस कैप्शन के साथ शेयर किया गया था, उसका हिंदी अनुवाद कुछ यूं होगा "सोमवारपेट (कोडागु) अब संघ परिवार के लिए एक आतंक के केंद्र में बदल रहा है. आज यह तीसरी घटना हुई है और सबसे भयावह बात यह है कि संघ परिवार ने एक हिंदू दोस्त को बुर्का देने के लिए उनका वीडियो बनाने के बाद 2 मुस्लिम छात्रों पर हमला किया.''
वायरल वीडियो के फ्रेम 2021 के पुराने वर्जन से मेल खाते हैं.
कुछ कीवर्ड सर्च कर हमने कन्नड़ प्रभा, द न्यूज मिनट और द न्यू इंडियन एक्सप्रेस की 2021 की न्यूज रिपोर्ट्स मिलीं.
कन्नड़ प्रभा की रिपोर्ट में बताया गया है कि 40 से ज्यादा लोगों के समूह ने सेक्रेड हार्ट स्कूल की दो छात्राओं पर हमला किया. पीड़ितों में से एक के पिता ने कहा कि उनकी बेटी और उसके दोस्त पर संघ परिवार से जुड़े कुछ युवकों ने हमला किया.
क्या सामने आया?: पीड़िता को अपने कॉलेज की क्लास में घुसने से पहले बुर्का उतारना था. यही वजह है कि उसने अपना बुर्का उतार दिया और सुबह उसी कॉलेज की एक ईसाई लड़की को दे दिया.
हालांकि, ईसाई लड़की उस दिन कॉलेज नहीं गई, इसलिए पीड़िता की दोस्त ने बुर्का वापस करने के लिए शाम को कॉलेज के पास इंतजार किया. बुर्का लौटाते समय ही पीड़िता और उसके दोस्त दोनों पर 40 से ज्यादा लोगों के समूह ने हमला कर दिया.
पिता ने यह भी उल्लेख किया कि लड़कियों को बंद कर दिया गया, पीटा गया, अपमानित किया गया और मारपीट की गई.
पुलिस की कार्रवाई: टीएनएम और द न्यू इंडियन एक्सप्रेस की रिपोर्ट में बताया गया है कि आरोपियों पर पॉक्सो अधिनियम के तहत मामला दर्ज किया गया है. पुलिस ने आरोपी प्रज्वल और कौशिक को गिरफ्तार कर लिया था.
द क्विंट ने मामले की पुष्टि करने के लिए स्थानीय पुलिस से भी संपर्क किया. जवाब आने पर इस स्टोरी को अपडेट किया जाएगा.
निष्कर्ष : साफ है कि सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर एक पुराना वीडियो शेयर कर मामले को गलत सांप्रदायिक रंग दिया जा रहा है.
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