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फेसबुक पर 10 सेकंड की एक वीडियो क्लिप वायरल हो रही है. वीडियो में भीड़ कार में बैठे 2 साधुओं को पीटती दिख रही है. वीडियो को इस दावे से शेयर किया जा रहा है कि इन साधुओं ने 2 बच्चों का अपहरण किया था जिन्हें दिल्ली में पकड़ लिया गया है.
हालांकि, हमने पाया कि ये घटना Madhya Pradesh के धार जिले की है, ना कि Delhi की. इसके अलावा, पुलिस जांच के अनुसार दोनों साधुओं को भीड़ ने बच्चाचोर होने के शक में पीट दिया था.
'Arjun Singh' नाम के एक यूजर ने 31 जुलाई को इस वीडियो को फेसबुक पर इस दावे के साथ शेयर किया कि, ''ये बच्चा चोर हैं किसी को दिखें तो तुरंत कंप्लेंट करें.''
वीडियो में ये टेक्स्ट लिखा हुआ दिख रहा है: ''आज पकड़ लिया दिल्ली में''
स्टोरी लिखते समय तक इस वीडियो को 22 लाख से ज्यादा व्यू मिल चुके हैं और 1.26 लाख बार शेयर भी किया जा चुका है.
हमने इस घटना से जुड़े न्यूज आर्टिकल सर्च किए. हमें 20 जुलाई को India Today पर पब्लिश एक आर्टिकल मिला.
इसकी हेडलाइन थी, 'Mob thrashes sadhus on suspicion of being child lifters in Madhya Pradesh's Dhar''. (अनुवाद- मध्य प्रदेश के धार में बच्चा चोर होने के शक में भीड़ ने साधुओं की पिटाई की)
इस आर्टिकल में वायरल वीडियो का भी इस्तेमाल किया गया था. रिपोर्ट के मुताबिक, ये घटना धार जिले के धन्नड गांव का है. जहां भीड़ ने दो साधुओं को बच्चा चोर होने के शक में पीटा था.
NDTV की रिपोर्ट के मुताबिक, साधुओं में से एक मध्य प्रदेश और दूसरा राजस्थान का था. दोनों कार से इंदौर से रतलाम जा रहे थे. उन्होंने एक बच्चे से पीथमपुर सेक्टर 1 में रास्ता पूछने के लिए गाड़ी रोकी, बच्चा उन्हें चोर समझकर वहां से भाग गया.
इसके बाद, स्थानीय लोगों ने उन्हें बच्चा चोर समझकर पीटना शुरू कर दिया और उन्हें पुलिस के पास भी ले गए.
हमें धार के एसपी आदित्य प्रताप सिंह की मदद से एफआईआर की एक कॉपी भी मिली. जिससे पता चला कि 19 जुलाई को मामला दर्ज किया गया था और इस मामले में अब तक चार लोगों को गिरफ्तार किया गया है.
साल 2018 में, भारत में बच्चा चोर होने के संदेह में लिचिंग की कई घटनाएं देखी गईं.
IndiaSpend की रिपोर्ट के मुताबिक, 1 जनवरी 2017 से 5 जुलाई 2018 के बीच, बच्चा चोरी की अफवाहों की वजह से भीड़ के हमलों के रिपोर्ट किए गए 69 मामलों में 33 लोगों की जान गई और करीब 99 लोग घायल हुए.
रिपोर्ट में आगे ये भी बताया गया है कि इन 69 मामलों में से करीब 77 प्रतिशत मामले सोशल मीडिया पर फैली फेक न्यूज की वजह हुए.
मतलब साफ है कि मध्य प्रदेश के एक गांव में बच्चा चोर समझकर पीटे गए दो साधुओं का वीडियो, अब दिल्ली का बता गलत दावे से वायरल किया जा रहा है.
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