advertisement
सोशल मीडिया पर एक वीडियो वायरल हो रहा है जिसमें कुछ लोगों को ट्रैक्टर से एक मूर्ति को तोड़ते देखा जा सकता है.
दावा: वीडियो को शेयर कर दावा किया जा रहा है कि यह कांग्रेस शासित राज्य कर्नाटक की है और इसमें राम की मूर्ति को तोड़ा जा रहा है.
क्या यह दावा सही है ? नहीं, यह दावा सही नहीं है. वीडियो पुराना है और इसमें राम की नहीं बल्कि सरदार पटेल की मूर्ति को गिराया जा रहा है.
मध्यप्रदेश के उज्जैन में सरदार पटेल की मूर्ति को स्थापित करने को लेकर आपस में दो पक्ष भिड़ गए थे जिसके बाद जमकर पथराव हुआ था.
Indian Express में छपी इस रिपोर्ट के मुताबिक 25 जनवरी 2024 को उज्जैन में सरदार पटेल की मूर्ति लगाने को लेकर दो लोगों के बीच में विवाद और पथराव हुआ था.
हमें क्या मिला ? हमने वीडियो को कई स्क्रीनशॉट में बांट दिया और उनमें से कुछ पर Google रिवर्स इमेज सर्च ऑप्शन का इस्तेमाल किया.
हमें 25 जनवरी 2024 की TV9 मध्य प्रदेश और आजतक की यह रिपोर्ट मिलीं, जिनमें वायरल वीडियो जैसे ही सीन थे.
इन रिपोर्टों में कहा गया है कि मध्य प्रदेश के माकडोन में पाटीदार समुदाय और भीम आर्मी के बीच मूर्तियों की स्थापना को लेकर विवाद हुआ था.
भीम आर्मी अंबेडकर की मूर्ति स्थापित करना चाहती थी, जबकि पाटीदार समुदाय सरदार पटेल की मूर्ति स्थापित करने की मांग कर रहा था.
इस पर दोनों समूहों के बीच तीखी नोकझोंक हुई. एक पक्ष के लोगों ने ट्रैक्टर चलाकर सरदार पटेल की मूर्ति गिरा दी और फिर मूर्ति को तोड़ दिया।
दोनों पक्षों ने पथराव किया, लाठियां भांजी और गुस्साई भीड़ ने कई वाहनों में भी तोड़फोड़ की.
NDTV MP-छत्तीसगढ़ ने बताया कि मामला तीन दिन बाद सुलझा लिया गया और बैठक में तय हुआ कि अंबेडकर बस स्टैंड पर अंबेडकर और माकडोन के मंडी चौक पर सरदार पटेल की मूर्ति स्थापित की जाएगी.
रिपोर्ट में यह भी कहा गया है कि पुलिस ने दोनों पक्षों के 72 लोगों के खिलाफ मामला दर्ज किया है और 19 को गिरफ्तार किया गया है.
पुलिस का बयान: हमें समाचार एजेंसी Asian News Agency (ANI) के X पेज पर 25 जनवरी को उज्जैन के सहायक पुलिस अधीक्षक गुरु प्रसाद पाराशर का एक बाइट भी मिला, जिसमें उन्होंने बताया कि घटना में एक सब-इंस्पेक्टर घायल हो गया और लापरवाही के कारण माकडोन थाना प्रभारी को निलंबित कर दिया गया था.
निष्कर्ष: मध्यप्रदेश में सरदार पटेल की मूर्ति गिराने के पुराने वीडियो को हालिया बताकर भ्रामक दावों के साथ शेयर किया जा रहा है.
(अगर आपके पास भी ऐसी कोई जानकारी आती है, जिसके सच होने पर आपको शक है, तो पड़ताल के लिए हमारे वॉट्सऐप नंबर 9540511818 या फिर मेल आइडी webqoof@thequint.com पर भेजें. सच हम आपको बताएंगे. हमारी बाकी फैक्ट चेक स्टोरीज आप यहां पढ़ सकते हैं.)
(क्विंट हिन्दी, हर मुद्दे पर बनता आपकी आवाज, करता है सवाल. आज ही मेंबर बनें और हमारी पत्रकारिता को आकार देने में सक्रिय भूमिका निभाएं.)