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सोशल मीडिया पर एक वीडियो वायरल हो रहा है जिसमें एक शख्स को ये कहते हुए सुना जा सकता है, ''हमें सड़क या रोटी नहीं चाहिए. हमें मंदिर चाहिए''. इस वीडियो को शेयर कर दावा किया जा रहा है कि ये शख्स कोविड पॉजिटिव था और उत्तर प्रदेश के लखनऊ में ऑक्सीजन की कमी की वजह से उसकी मौत हो गई.
हालांकि, क्विंट की वेबकूफ टीम ने पाया कि ये दावा गलत है. वीडियो में दिख रहे शख्स की पहचान 41 वर्षीय जितेंद्र गुप्ता के तौर पर हुई है. जितेंद्र पूर्वी दिल्ली के पटपड़गंज के रहने वाले हैं. जितेंद्र ने हमें बताया कि उन्हें कोविड नहीं हुआ है और वो स्वस्थ हैं.
वीडियो शेयर कर दावा किया जा रहा है कि: "ये वही साहब हैं, जो आंखे फाड़ के कहते थे…हमें अस्पताल नहीं चाहिये, मंदिर चाहिये...खबर आ रही है कि ऑक्सीजन ना मिलने से इसकी लखनऊ में मौत हो गई!!"
हमें बीजेपी नेता रविंदर नेगी की एक पोस्ट मिली. उन्होंने वायरल दावे को खारिज कर दिया और लिखा कि वायरल वीडियो में दिख रहा शख्स उनका मित्र और सोशल वर्कर जीतू गुप्ता है. जो नई दिल्ली के पटपड़गंज इलाके में रहता है.
उन्होंने कहा कि गुप्ता जीवित हैं और स्वस्थ हैं और उन्हें किसी भी तरह की कोई बीमारी नहीं है. हमें बीजेपी नेता रविंदर नेगी की एक पोस्ट मिली.
हमने रविंदर नेगी से संपर्क किया. नेगी ने पुष्टि करते हुए बताया कि, जितेंद्र गुप्ता उनके बचपन का मित्र है और वो ठीक है.
क्विंट की वेबकूफ टीम को गुप्ता ने बताया कि वो स्वस्थ हैं और सोशल मीडिया पर किया जा रहा दावा गलत है.
गुप्ता ने कहा कि इस गलत सूचना की वजह से उनका परिवार काफी तनाव में है. ''लोगों को इतना नीचे नहीं गिरना चाहिए.'' उन्होंने हमारे साथ एक वीडियो भी शेयर किया.
गुप्ता ने वायरल हो रहे इन झूठे दावों के खिलाफ मंगलवार 18 मई को मधु विहार पुलिस की साइबर से में शिकायत दर्ज कराई है.
ये वायरल फुटेज ScoopWhoop के एक वीडियो की है, जिसे 2019 में अपलोड किया गया था. इस वीडियो में गुप्ता को 41वें सेकंड में बोलते हुए देखा जा सकता है.
मतलब साफ है कि सोशल मीडिया पर किया जा रहा है ये दावा गलत है कि वायरल वीडियो में दिख रहे इस शख्स की मौत कोविड से हो गई है. वीडियो में दिख रहा शख्स स्वस्थ है.
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